आईपीएल 2020 के लिए मंच सज चुका है। यूएई में 19 सितंबर से शुरू हो रहा इस बार का आईपीएल काफी अलग सा होगा। खिलाड़ी पहली बार महामारी के दौर में क्रिकेट खेलने वाले हैं और उन्हें अभ्यास का मौका भी ज्यादा नहीं मिला है। खासतौर पर उन टीमों के लिए चुनौती होगी जिनके साथ ज्यादा नए खिलाड़ी जुड़े हैं। उन टीमों के लिए भी अच्छा मौका होगा जिन्होंने आज तक एक बार भी आईपीएल खिताब नहीं जीता है क्योंकि टूर्नामेंट एक न्यूट्रल वेन्यू में होने जा रहा है। इन्हीं टीमों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (Royal Challengers Bangalore) भी एक ऐसी टीम जिसने आज तक खिताब नहीं जीता। पूर्व केकेआर कप्तान गौतम गंभीर ने इसी पर अपना बयान देते हुए आरसीबी के कप्तान विराट कोहली को सलाह दी है।
स्टार स्पोर्ट्स के कार्यक्रम क्रिकेट कनेक्टेड में बातचीत करते हुए पूर्व भारतीय ओपनर व आईपीएल खिताब जीत चुके गौतम गंभीर ने कहा, 'ऐसा लगता है कि विराट कोहली के पास इस बार एक संतुलित टीम है। पहले वो काफी हद तक अपने बल्लेबाजों पर निर्भर रहते थे और उनकी गेंदबाजी को उनकी ताकत के रूप में नहीं देखा जाता था। लेकिन उनके टीम प्रबंधन ने इस बार संतुलित टीम बनाने का प्रयास किया है। अब उनकी गेंदबाजी में गहराई है और टीम में कुछ ऑलराउंडर्स भी हैं।'
रन बनाने से ज्यादा कोहली इस चीज की चिंता करें
विराट कोहली हर आईपीएल में जमकर रन बनाते हैं। लेकिन उनकी कप्तानी में थोड़ी कमजोरियां देखी गई हैं और शायद यही वजह रही है कि एक से एक धुरंधरों की मौजूदगी के बावजूद अब तक आरसीबी ने एक बार भी खिताब नहीं जीता है। कोहली को अब सिर्फ रन बनाने से आगे सोचना होगा क्योंकि रन बनाना उनके लिए बड़ी चुनौती नहीं है।
इस बारे में गभीर ने कहा, 'अगर आप किसी भी कप्तान से पूछो कि वो टूर्नामेंट में 700 रन बनाना चाहता है या फिर 500 रन बनाकर टूर्नामेंट जीतना चाहता है, तो वो दूसरा वाला विकल्प ही चुनेगा। एक ओपनर के रूप में हमेशा 500-700 बनाएगा लेकिन अगर आप आरसीबी के कप्तान की बात कर रहे हैं तो उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती रन बनाना नहीं बल्कि आईपीएल खिताब जीतना है और उससे पहले आईपीएल प्लेऑफ या फाइनल में जगह बनाना है।'
गौरतलब है कि आरसीबी के कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में कहा कि उन्हें 2016 के बाद अब जाकर इतना अच्छा महसूस हो रहा है। उनके मुताबिक इस बार वो जरूर टूर्नामेंट जीत सकते हैं। अब देखना ये होगा कि विराट कप्तान के रूप में क्या फैसले लेते हैं जो उनको खिताब जिता सकें।