नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी एल्बी मोर्कल को लगता है कि सुरेश रैना की गैरमौजूदगी आने वाले आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स टीम में एक बड़ा शून्य पैदा कर देगी और टीम को संतुलन बनाने के लिए बल्लेबाजी में कई बदलाव करने पड़ेंगे। कोविड-19 के कारण इस बार का आईपीएल यूएई में खेला जा रहा है और सीजन के पहले मैच में चेन्नई का सामना मुंबई इंडियंस से होगा। रैना ने चेन्नई के लिए कुल 193 मैच खेले हैं और 5000 रन बनाए हैं। उन्होंने पिछले महीने निजी कारणों का हवाला देते हुए टूर्नामेंट से नाम वापस ले लिया था।
'सुरेश रैना चेन्नई के लिए रन मशीन रहे हैं'
मोर्कल ने आईएएनएस से विशेष बातचीत में कहा, 'रैना उनके लिए रन मशीन रहे हैं और बेहतरीन फील्डर भी। इसलिए उनकी गैरमौजूदगी एक बड़ा शून्य पैदा कर देगी। उनकी भरपाई करने के लिए चेन्नई को कुछ बदलाव करने पड़ेंगे और सही संतुलन बनाना पड़ेगा।' इस बार आईपीएल में सबसे ज्यादा ध्यान महेंद्र सिंह धोनी पर होगा क्योंकि वो पिछले साल इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप के बाद से पहली बार मैदान पर उतर रहे हैं। उन्होंने 15 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है।
'मैंने अपने समय में सबसे ज्यादा लुत्फ उठाया'
मोर्कल ने चेन्नई के साथ ही आईपीएल खेला है और जीता भी है। उन्होंने धोनी की तारीफ करते हुए कहा, 'मैंने चेन्नई में अपने समय का सबसे ज्यादा लुत्फ उठाया। हमारे छह साल काफी सफल रहे, लेकिन उसके अलावा वो ग्रुप काफी अच्छा है। हमारी सफलता का अहम कारण धोनी थे। वह उदहारण पेश कर टीम की कप्तानी कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'वो जो भी करते हैं उसमें वो काफी योग्य हैं, लेकिन उनके अंदर भारी दबाव में भी शांत रहने की आदत है।'
'दक्षिण अफ्रीका में ज्यादा अनुभवी लीडर नहीं'
दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट को लेकर मोर्कल ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में डीन एल्गर को टीम की कप्तानी करनी चाहिए जबकि सीमित ओवरों में क्विंटन डी कॉक को कप्तानी करते रहने चाहिए। उन्होंने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका में ज्यादा अनुभवी लीडर नहीं हैं। एडिन मार्कराम को भविष्य के तौर पर देखा जा सकता है, लेकिन उन्हें अपने खेल में स्थिरता लाने की जरूरत है। मैं एल्गर के साथ जाऊंगा।'