- टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर आज अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं
- हरभजन सिंह ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 711 विकेट चटकाए
- हरभजन सिंह ने अपने करियर में कई उपलब्धियां हासिल की
Harbhajan Singh Birthday Special: टीम इंडिया के अनुभवी ऑफ स्पिनर शुक्रवार को अपना 40वां जन्मदिन मना रहे हैं। हरभजन कई युवा स्पिनर्स के रोल मॉडल हैं। भज्जी के नाम से मशहूर हरभजन सिंह ने अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है। हालांकि, वह लंबे समय से राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं। वह आईपीएल सहित घरेलू क्रिकेट में अब भी सक्रिय हैं। हरभजन सिंह ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 711 विकेट चटकाए। इस दौरान उन्होंने कई उपलब्धियां हासिल की। चलिए उनकी उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं:
टेस्ट और वनडे में कोहराम
हरभजन सिंह ने युवा उम्र में 1998 में भारतीय टीम के लिए टेस्ट और वनडे डेब्यू किया। ऑफ स्पिनर ने बहुत ही जल्द अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई। करियर में उतार-चढ़ाव के बावजूद भज्जी ने 103 टेस्ट में 417 विकेट चटकाए। वह भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में तीसरे नंबर पर हैं। भज्जी ने वनडे में 269 विकेट चटकाए।
आईपीएल में जमकर किया भांगड़ा
हरभजन सिंह का आईपीएल करियर भी जश्न से भरा रहा है। वह 2013, 2015 और 2017 में आईपीएल खिताब हासिल करने वाली मुंबई इंडियंस के सदस्य रहे। अनुभवी ऑफ स्पिनर ने फिर 2018 में चेन्नई सुपरकिंग्स का हिस्सा रहते हुए चौथी बार आईपीएल खिताब हासिल किया। भज्जी ने आईपीएल में 150 विकेट चटकाए और वह सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर हैं।
वर्ल्ड टी20 और वर्ल्ड कप विजेता टीम के सदस्य
हरभजन सिंह ने 28 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए 25 विकेट चटकाए। वह 2007 वर्ल्ड टी20 का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे। हरभजन ने टूर्नामेंट में 7 विकेट लेते हुए भारत की खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बाद वह 2011 में आईसीसी विश्व कप जीतने वाली टीम के सदस्य भी रहे। भज्जी ने इस टूर्नामेंट में 4.48 की इकोनॉमी से 9 विकेट झटके थे।
इस सीरीज से मिली पहचान
हरभजन सिंह ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी पहचान 2001 बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज से बनाई थी। उस सीरीज में युवा भज्जी ने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को खूब परेशान किया और तीन मैचों की सीरीज में 32 विकेट चटकाए। इस सीरीज में वह टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज भी बने थे। इस सीरीज में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए हरभजन सिंह को मैन ऑफ द सीरीज चुना गया था। इसके बाद अनिल कुंबले के साथ हरभजन सिंह ने शानदार स्पिन जोड़ी बनाई, जिसने भारत को कई मैच जिताए।
विवादों से रहा गहरा नाता
हरभजन सिंह पर तीन टेस्ट और 50 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगा क्योंकि भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने एंड्रयू साइमंड्स को खरीखरी सुनाई थी। हालांकि, सचिन तेंदुलकर के हस्पक्षेप के बाद जज ने बैन पर अपना फैसला बदल दिया था। इसके अलावा आईपीएल में श्रीसंत को थप्पड़ जमाना हो या फिर अंबाती रायुडू से बीच मैदान पर भिड़ना। हरभजन सिंह का विवादों से गहरा नाता रहा। श्रीसंत को थप्पड़ जमाने के बाद भज्जी शेष सीजन से निलंबित हुए और उन पर पांच वनडे का भी बैन लगा।