- 2018 के अंडर 19 विश्व कप में अपनी तेज गेंदबाजी से बरपाया था कहर
- चोट के कारण साल 2018 में केकेआर के लिए नहीं कर पाया डेब्यू
- आईपीएल में खेलने के लिए करना पड़ा दो साला लंबा इंतजार
दुबई: साल 2018 में भारतीय टीम को अंडर 19 विश्व कप दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले तेज गेंदबाज कमलेश नागरकोटी को नीलामी के दौरान कोलकाता नाइटराइडर्स ने अपनी टीम में 3.2 करोड़ रुपये खर्च करके शामिल किया था। लेकिन चोट के कारण वो 2018 और 2019 में टीम के लिए नहीं खेल पाए। लेकिन केकेआर के टीम मैनेजमेंट ने युवा खिलाड़ी को अपनी टीम में बनाए रखा और 2 साल लंबे अंतराल के बाद आखिरकार अबुधाबी में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उसे आईपीएल डेब्यू का मौका मिल ही गया।
डेब्यू में नहीं चटका पाए कोई विकेट
नागरकोटी ने शानदार अंदाज में शुरुआत की। कप्तान दिनेश कार्तिक ने उनके हाथों में पारी के 11वें ओवर में गेंद सौंपी। आईपीएल में नागरकोटी का पहली गेंद का सामना मनीष पांडे ने किया। इसके बाद दूसरे छोर पर बल्लेबाजी कर रहे रिद्धिमान साहा भी उनके आए। टीम इंडिया के लिए खेल चुके दो दिग्गज खिलाड़ियों के सामने गेंदबाजी करते हुए नागरकोटी ने लगातार 140 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से गेंदबाजी की और 2 ओवर में 17 रन खर्च करके कोई विकेट नहीं हासिल कर सके। हालांकि उनकी गति और एक्शन से हर कोई प्रभावित हुआ।
सब पूछते थे कहां है नागरकोटी...
दो साल से इस पल का इंतजार कर रहे नागरकोटी के लिए यह मैच भावकु करने वाला रहा होगा लेकिन उन्हें अंतिम एकादश में जगह देने वाले कप्तान दिनेश कार्तिक भी भावुक थे। टीम के युवा खिलाड़ियों को तारीफ करते हुए कार्तिक ने कहा, मैं कमलेश के डेब्यू को लेकर भावुक था। हमने उन्हें अपने साथ बनाए रखा लेकिन लोग लगातार यही पूछते थे कि वो कहां है। लेकिन आज मुझे उनके डेब्यू पर एक कप्तान के रूप में अच्छा लगा।
राजस्थान के लिए खेलते हुए हो गए थे चोटिल
नागरकोटी साल 2017 में ही राजस्थान के लिए डेब्यू कर चुके थे लेकिन अंडर-19 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन के बाद राजस्थान के लिए विजय हजारे ट्रॉफी में खेलते हुए चोटिल हो गए। इसके बाद उनका आईपीएल 2018 में खेलने का सपना टूट गया। उन्हें चोट से उबरने में दो साल का वक्त लग गया। लेकिन इस दौरान केकेआर के टीम मैनेजमेंट ने रीहैब में उमका साथ दिया और दो अब उन्हें डेब्यू का मौका मिल गया। हालांकि पहले मैच में वो अपनी छाप नहीं छोड़ पाए लेकिन आने वाले मैचों में वो 2 साल पुरानी विश्व कप वाली चमक बिखेरने में जरूर कामयाब होंगे।