- कोविड-19 की चिंता को देखते हुए भारत से छिन सकती है टी20 विश्व कप की मेजबानी
- आईसीसी इस मामले में 1 जून को अपना फैसला सुना सकता है
- बीसीसीआई 29 मई को विशेष आम सभा में इस पर विचार करेगा
नई दिल्ली: भारत को इस साल आईसीसी टी20 विश्व कप की मेजबानी करनी है, जिस पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि देश में कोविड-19 की तीसरी लहर की चर्चा जोरों पर हैं। कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने भारत में काफी तबाही मचाई, जिसकी वजह से आईपीएल 2021 को अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित करना पड़ा। इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) 1 जून को टी20 विश्व कप के भाग्य पर फैसला सुना सकता है।
आईपीएल निलंबित होने के बावजूद बीसीसीआई की उम्मीद बरकरार है कि वह देश में टी20 विश्व कप का आयोजन करेगा। भले ही पिछले कुछ दिनों में देश में कोविड-19 के मामले कम हुए, लेकिन ऐसी बातचीत है कि सितंबर के बाद देश में कोविड-19 की तीसरी लहर आएगी। स्वास्थ्य अधिकारी, सरकारें, अस्पताल आदि को विशेषज्ञों ने पहले ही अपनी तैयारी में बढ़ोतरी करने के निर्देश दिए हैं।
इतनी अनिश्चित्ता के बीच 16 टीमों का टी20 विश्व कप आयोजित कराना जोखिमभरा फैसला साबित हो सकता है। क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) 29 मई को इस मामले पर बातचीत के लिए विशेष आम सभा (एसजीएम) करेगा।
मुंबई नगर आयुक्त इकबाल चहल ने भारत में कोविड स्थिति और तीसरी लहर की संभावना पर कहा, 'मामलों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है, लेकिन हम ये नहीं सोच सकते कि यह यू-टर्न लेगा या फिर ऐसा हो कि हमने सभी का परीक्षण कर लिया हो। मगर हम अपने आप तीसरी लहर की तैयारी कर रहे हैं। हमारी कोशिश ज्यादा अस्पताल बनाने की है।'
बस इंतजार कर सकते हैं
क्रिकेट जगत में यह चर्चा है कि टी20 विश्व कप भारत में आयोजित नहीं करना चाहिए क्योंकि आईपीएल भी असमय स्थगित हुआ। क्रिकबज सूत्र का हालांकि मानना है कि बीच अक्टूबर में होने वाले टूर्नामेंट के भविष्य पर अभी से फैसला लेना जल्दबाजी साबित हो सकता है।
सूत्र ने कहा, 'आईसीसी स्थिति से अनजान नहीं है, लेकिन कोई यह कयास नहीं लगा सकता कि 1 जून को क्या फैसला सुनाया जाएगा। इसके लिए इंतजार करना पड़ेगा।' रिपोर्ट के मुताबिक बीसीसीआई ने यूएई को टी20 विश्व कप के लिए बैकअप बना रखा है, लेकिन वह भारत में टूर्नामेंट आयोजित कराने पर ध्यान दे रहा है। अब देखना होगा कि इस पर क्या फैसला आएगा।