- मैदान पर और टीम जर्सी पर दिखाए जाने वाले विज्ञापन से लगेगा झटका
- इन दोनों से ही तकरीबन 1200 करोड़ का हो सकता है नुकसान
- यदि कोई बदलाव होता है तो नए सिरे से विज्ञापन डील करेंगी कंपनिंयां
नई दिल्ली: कोरोना वायरस का कहर इस कदर बरपा है कि दुनिया का ऐसा कोई हिस्सा नहीं है जो इससे अछूता रह गया है। हर किसी की जिंदगी पर यह जानलेवा वायरस प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से अपना असर डाल रहा है। खेलों की दुनिया के साथ इस वायरस ने सबसे ज्यादा खिलवाड़ किया है। पूरी दुनिया में खेल के मैदान सूने पड़े हैं। खेलों और अपने खिलाड़ियों पर जान छिड़कने वाले प्रशंसक अपनी जान बचाने की कोशिश में जुटे हैं।
भारत में भी हर तरह की खेल गतिविधियों के आयोजन पर पाबंदी लगा दी गई है। ऐसा खिलाड़ियों और प्रशंसकों दोनों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए किया गया है। लेकिन इस निर्णय का वित्तीय तौर पर भी नुकसान आयोजकों को उठाना पड़ रहा है। 29 मार्च से आईपीएल का आगाज होना था लेकिन शुरुआत में इसे दो सप्ताह यानी 15 अप्रैल तक टाल दिया गया है। 15 अप्रैल से भी आईपीएल का आगाज हो पाएगा या नहीं इस बारे में फिलहाल कुछ भी नहीं कहा जा सकता।
केवल स्पॉन्सरशिप से हो सकता है 1200 करोड़ का नुकसान
ऐसे में आईपीएल का आयोजन नहीं होने की स्थिति में बीसीसीआई को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। माना जा रहा है कि बारह सौ करोड़ रुपये की केवल स्पॉन्सरशिप से होने जा रहा है। जिसमें 600 करोड़ रुपये मैदान पर दिए जाने वाले विज्ञापनों और 500 करोड़ का टीमों को मिलने वाली स्पॉन्सरशिप का है। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यदि लीग का कार्यक्रम छोटा होता है या फिर मैदान पर दर्शकों की गैरमौजूदगी में आईपीएल का आयोजन होता है तो विज्ञापनदाता कंपनियां नए सिरे से इसके लिए डील करेंगी।
कंपनियां नए सिरे से करेंगी समझौता
कोका कोला, वीवो, अमेजन और फोन पे जैसे बड़े ब्रॉन्ड्स केवल 500 करोड़ रुपये आईपीएल के दौरान खर्च करने की तैयारी में थे। समीक्षकों का मानना है कि अभी इसके असर का आकलन करना जल्दबाजी होगी लेकिन यदि दर्शकों की गैरमौजूदगी में भी आईपीएल का आयोजन होता है तो टीम की जर्सी और मैदान पर बाउंड्री पर दिखाए जाने वाले विज्ञापन मूल रूप से टीवी के दर्शकों के लिए होते हैं इसलिए उस पहलू से ज्यादा नुकसान नहीं होगा। लेकिन आईपीएल के कार्यक्रम को छोटा किए जाने का असर जरूर पड़ेगा।
बीसीसीआई के एक सूत्र के मुताबिक, आईपीएल को लेकर नए सिरे से तैयारियां करनी पड़ रही हैं। हमें पूरी तरह से नई योजनाओं पर काम करना होगा। माना जा रहा है कि टिकटों की बिक्री नहीं होगी। ऐसे में स्पॉन्सर या तो अपने हाथ खीचने या फिर नए सिरे से स्पॉन्सरशिप डील करने का इशारा कर रहे हैं।