- टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज वीरेंद्र सहवाग ने केकेआर के खिलाफ हार के बाद सीएसके के खिलाड़ियों को निशाने पर लिया है
- चेन्नई सुपर किंग्स को केकेआर के खिलाफ मिली थी 10 रन के अंतर से हार
- आईपीएल 2020 में शुरुआती 6 मैचों में से 4 गंवा चुकी है चेन्नई
दुबई: चेन्नई सुपर किंग्स को मौजूदा आईपीएल सीजन में एक और हार का सामना करना पड़ा है। एमएस धोनी की कप्तानी वाली टीम कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ 168 रन के लक्ष्य का पीछा करने में असफल रही। यह चेन्नई की 6 मैच में चौथी हार थी। मैच में एक समय 12 ओवर में 1 विकेट पर 99 रन के स्कोर पर खेल रही सीएसके का 10 रन के अंतर से हार जाना फैन्स को पसंद नहीं आया। ऐसे में अपने मजेदार टिप्पणियों के लिए जाने जाने वाले वीरेंद्र सहवाग भी चेन्नई के बल्लेबाजों का मजाक उड़ाने से नहीं चूके।
लगतार 11 सीजन से चेन्नई सुपर किंग्स की कमान संभाल रहे एमएस धोनी की कप्तानी और उनकी ढलती उम्र को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। केदार जाधव को ड्वेन ब्रावो से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजने के फैसले की जमकर आलोचना हो रही है। जिनकी 12 गेंद पर 7 रन की पारी की वजह से चेन्नई को मैच गंवाना पड़ा। वहीं नंबर चार पर बल्लेबाजी करने आए कप्तान एमएस धोनी भी 12 गेंद में 11 रन बनाकर चलते बने।
सरकारी कर्मचारियों की कर रहे हैं व्यवहार
ऐसे में टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने चेन्नई के स खराब प्रदर्शन का मजाक उड़ाते हुए कहा, टीम के खिलाड़ी फ्रेंचाइजी को सरकारी नौकरी की तरह मान रहे हैं। यह कोई पहला मौका नहीं है जब चेन्नई पर सहवाग ने निशाना साधा है। कुछ सप्ताह पहले भी उन्होंने चेन्नई के बल्लेबाजों को ग्लूकोज पीकर मैदान में उतरने की सलाह दी थी।
सहवाग ने क्रिक बज से बात करते हुए कहा, 'ये रन बनने चाहिए थे। पर केदार जाधव ने आकर डॉट बॉल खेली। जडेजा ने भी एक-दो डॉट बॉल खेली। तो वो प्रेशर बना और मेरे ख्याल से चेन्नई में कुछ खिलाड़ी ऐसे हैं जैसे सरकारी नौकरी मिल जाती है। फिर उसके बाद परफॉर्म करो या नहीं तनख्वाह मिलती रहती है।'
अगर ऐसा रहा हाल तो मुश्किल में पड़ जाएगी चेन्नई
तीन बार की खिताब विजेता चेन्नई सुपर किंग्स को आईपीएल इतिहास की सबसे सफल टीम माना जाता है। 8 बार फाइनल में पहुंचने वाली चेन्नई की इससे पहले ऐसी हालत नहीं हुई। हर बार प्लेऑफ तक पहुंचने वाली चेन्नई इस बार 6 मैच में 2 जीत के बाद अंक तालिका में पांचवें पायदान पर है। अगर हालात ऐसे ही बने रहते हैं और चेन्नई अगले 3-4 मैच और गंवा देती है तो वो प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो जाएगी।