- जब 2 रन पर खेल रहे थे डुप्लेसी मिला था जीवनदान
- गिल-अय्यर की साझेदारी को तोड़ने में सफल रहे जोड़ी ब्रेकर लॉर्ड शार्दुल
- जडेजा ने एक ओवर में दो विकेट चटकाकर पक्की कर दी थी चेन्नई की खिताबी जीत
दुबई: एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई एक बार फिर आईपीएल के सुपर किंग बनकर उभरी और चौथी बार खिताब अपने नाम कर लिया। शुक्रवार को दुबई इंटरनेशन क्रिकेट स्टेडियम में सीएसके और केकेआर के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। मैच में दबाव इतना था कि दोनों टीमों के कप्तान और खिलाड़ी सभी दबाव में नजर आए। टीमों की छोटी-छोटी भूल अंत में बड़ी हो गईं और अंत में बाजी 27 रन के अंतर से चेन्नई के हाथ लगी।
चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केकेआर के सामने निर्धारित 20 ओवर में 3 विकेट पर 192 रन का स्कोर खड़ा किया। चेन्नई के लिए सबसे अहम पारी द. अफ्रीका के पूर्व कप्तान फॉफ डुप्लेसी ने की। पारी की शुरुआत करने आए डुप्लेसी पारी की अंतिम गेंद पर 86 रन बनाकर आउट हुए। उनकी पारी मैच में निर्णायक साबित हुई। हालांकि रुतुराज गायकवाड़32(27), मोईन अली 37(20) और रॉबिन उथप्पा 31(15) ने दूसरे छोर से छोटी लेकिन उपयोगी पारियां खेलीं।
डुप्लेसी की स्टंपिग मिस करना पड़ा भारी
भले ही डुप्लेसी की पारी निर्णायर साबित हुई लेकिन पारी के तीसरे ओवर में विकेट के पीछे खड़े दिनेश कार्तिक ने उन्हें जीवन दान न दिया होता तो मैच का परिणाम कुछ और होता। पारी के तीसरे ओवर में गेंदबाजी करने आए शाकिब अल हसन की पहली गेंद को लेग स्टंप के बाहर फेंका उस गेंद पर डुप्लेसी रूम बनाकर ड्राइव करने की कोशिश में चूक गए और क्रीज के बाहर निकल आए। ऐसे में विकेट के पीछे खड़े दिनेश कार्तिक गेंद को पकड़कर स्टंपिंग करने से चूक गए। उनकी ये चूक टीम को भारी पड़ गई और डुप्लेसी की धुआंधार पारी की बदौलत चेन्नई 192/3 रन का स्कोर खड़ा करने में सफल रही। ये मैच का पहला टर्निंग प्वाइंट रहा जो चेन्नई के पक्ष में गया।
वेंकटेश अय्यर-शुभमन गिल ने दी थी केकेआर को शानदार शुरुआत
इसके बाद जीत के लिए 193 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकआर को वेंकटेश अय्यर और शुभमन गिल ने शानदार शुरुआत दी। दोनों ने 10 ओवर में केकेआर को बगैर किसी नुकसान के 88 रन तक पहुंचा दिया था। ऐसे में 11वें ओवर में कप्तान एमएस धोनी ने गेंद शार्दुल ठाकुर के हाथों में थमा दी। अपना दूसरा ओवर फेंक रहे शार्दुल ने इस बार कप्तान को निराश नहीं किया और ओवर की चौथी गेंद पर अर्धशतक जड़ चुके वेंकटेश अय्यर को चलता कर दिया। जडेजा ने स्वीपर कवर पर शानदार कैच लपका।
दूसरा टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ शार्दुल ठाकुर का 11वां ओवर
लॉर्ड ठाकुर का करिश्मा यहीं पर खत्म नहीं हुआ और उन्होंने दो गेंद बाद केकेआर को नीतीश राणा के रूप में दूसरा झटका भी दे दिया। पहली गेंद का सामना कर रहे नीतीश मिडऑफ की दिशा में खड़े फॉफ डुप्लेसी को कैच दे बैठे। इस तरह एक ओवर में मिली दो सफलता ने एक बार फिर मैच का रुख सीएसके की विजय की दिशा में मोड़ दिया।
विकेटों की पतझड़ का जो शुरुआत 11वें ओवर में हुई वो अंत तक नहीं रुकी। अंतिम 10 ओवर में केकेआर केवल 77 रन बना सकी और इस दौरान उसने 9 विकेट गंवा दिए। इसके बाद पारी के 15वें ओवर में रवींद्र जडेजा ने दिनेश कार्तिक और शाकिब अल हसन को आउट करके चेन्नई की जीत सुनिश्चित कर दी। अंत में 20 ओवर में केकेआर की टीम 9 विकेट खोकर 165 रन बना सकी और चेन्नई ने चौथी बार खिताबी बाजी अपने नाम कर ली।