आज यानी बुधवार को वेस्टइंडीज के कप्तान कीरोन पोलार्ड अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 12 मई, 1987 को त्रिनिदाद में जन्मे पोलार्ड इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस (एमआई) का हिस्सा हैं। वह लंब से समय से मुंबई की ओर से खेल रहे हैं। उन्होंने अनेक मौकों पर खुद को साबित किया है। अपने दम पर मैच जिताने का माद्दा रखने वाले पोलार्ड ने कई मर्तबा एमआई के लिए संकटमोचक बने हैं। आइए आपको कैरेबियाई खिलाड़ी की उन तीन दमदार पारियों के बारें में बताते हैं, जब उन्होंने मुश्किल वक्त में मुंबई की नैया पार लगाई।
पोलार्ड के तूफान में उड़ी चेन्नई सुपर किंग्स
कीरोन पोलार्ड ने आईपीएल 2021 में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 87 रन की नाबाद तूफानी पारी खेली, जो इस सीजन की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक रही। पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई ने 218/4 का स्कोर किया था। जवाब में सलामी बल्लेबाजों ने मुंबई को अच्छी शुरुआत दी, लेकिन दोनों के जाने के बाद टीम मुसीबत में पड़ गई। सूर्यकुमार के आउट होने के बाद पोलार्ड आए और अपने करिश्मा दिखाया। उन्होंने क्रुणाल पांड्या के साथ एक महत्वपूर्ण साझेदारी की और सीएसके के गेंदबाजों की खूब धुनाई की। पोलार्ड ने 8 छक्के और 6 चौके लगाए और मुंबई को 4 विकेट से जीत दिला दी।
आरसीबी के गेंदबाज पोलार्ड के आगे पस्त
आक्रामक बल्लेबाज के लिए मशहूर पोलार्ड ने आईपीएल 2017 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के विरुद्ध 47 गेंदों में 70 रन की धमाकेदार पारी खेली थी। आरसीबी पहले बल्लेबाजी करने के बाद 5 विकेट के नुकसान पर 142 रन बनाने में सफल रही। चिन्नास्वामी की धीमी पिच पर मुंबई तेज शुरुआत नहीं कर पाई थी और मुश्किल में थी। एक समय ऐसा आया जब टीम को 12 ओवर में 110 रन की जरूरत थी। ऐसे में नितीश राणा के जाने के बाद पोलार्ड ने मोर्चा संभाला। उन्होंने कुछ देर टिकने में समय लिया, लेकिन फिर अपने रंग में लौट आए। उन्होंने 70 रन की पारी में 3 चौके और 5 छक्के जड़े। मुंबई की जीत के बाद उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पोलार्ड ने फाइनल में जमाई तूफानी फिफ्टी
मुंबई इंडियंस ने रोहित शर्मा की अगुवाई में आईपीएल का पहला खिताब साल 2013 में अपने नाम किया था। मुंबई ने फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को हराया था, जिसमें पोलार्ड की तूफानी फिफ्टी बहुत काम आई। दरअसल, मुंबई पहली पारी में 58 रन पर 4 विकेट गंवाकर जूझ रही थी। ऐसा लगा कि चेन्नई फाइनल में बाजी मारने में कायाब हो जाएगी। लेकिन पोलार्ड ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। उन्होंने सीएसके के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ते हुए महज 32 गेंदों में 3 छक्के और 7 छक्कों की मदद से 60 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेल डाली, जिसकी बदौलत मुंबई 148 रन का स्कोर बना सकी। वहीं, चेन्नई लक्ष्य का पीछा करते हुए सिर्फ 125 रन पर ढेर हो गई और मुंबई ने खिताब पर कब्जा जमा लिया।