- राजस्थान रॉयल्स ने पंजाब के खिलाफ रिकॉर्ड लक्ष्य का सफल पीछा किया
- राजस्थान रॉयल्स ने किंग्स इलेवन पंजाब को 4 विकेट से मात दी
- किंग्स इलेवन पंजाब को मैच में ये तीन गलतियां बहुत भारी पड़ी
शारजाह: आपने कितनी बार देखा है कि टी20 मैच में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम 223 रन का स्कोर बनाए और फिर दूसरी टीम उस लक्ष्य को हासिल कर ले? आईपीएल 2020 का 9वां मैच कुछ इसी तरह उतार-चढ़ाव से भरा रहा और इस मुकाबले ने रोमांच की हदें पार कर दी। किंग्स इलेवन पंजाब ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए पहले विशाल स्कोर खड़ा किया। यह मुकाबला पहले एकतरफा पंजाब के पक्ष में जाता दिख रहा था, लेकिन स्टीव स्मिथ और संजू सैमसन ने राजस्थान रॉयल्स की मैच में वापसी कराई।
रॉयल्स की टीम मैच से बाहर होती दिख रही थी जब राहुल तेवटिया बल्लेबाजी में संघर्ष कर रहे थे। रॉयल्स को 18 गेंदों में 51 रन की दरकार थी और तब राहुल तेवटिया 23 गेंदों में 17 रन बनाकर खेल रहे थे। तेवटिया ने फिर ऐसा कमाल करके मिसाल पेश की कि कभी हार नहीं मानना चाहिए। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने शेल्डन कॉटरेल के ओवर में पांच छक्के जमा दिए और पूरी बाजी पलट दी। किंग्स इलेवन पंजाब ने ज्यादा कुछ गलतियां नहीं की और उसे कई सकारात्मक पहलु इस मैच से मिले। मगर फिर भी अगर वो ये तीन गलतियां नहीं करती तो निश्चित ही जीत उसकी होती।
चलिए जानते हैं कि किंग्स इलेवन पंजाब ने रविवार को शारजाह में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ कौन सी तीन गलतियां की:
- शेल्डन कॉटरेल का वो ओवर- शेल्डन कॉटरेल पंजाब के विशेषज्ञ डेथ ओवर गेंदबाज हैं और कप्तान राहुल ने उनके दो ओवर सही समय के लिए बचा रखे थे। हालांकि, राहुल तेवटिया ने उनकी पहली दो गेंदों पर लगातार छक्के जमाकर कैरेबियाई गेंदबाज पर दबाव बढ़ा दिया। कॉटरेल अंतिम ओवर के दबाव में बिखरते हुए नजर आए। उन्होंने लेंथ और शॉर्ट गेंदें पटकी व इसका खामियाजा भी भुगता। बाएं हाथ के बल्लेबाज ने उनकी खराब गेंदबाजी का पूरा फायदा उठाया और ओवर में पांच छक्के जड़ दिए।
- केएल राहुल की धीमी पारी - पिछले मैच के हीरो किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान केएल राहुल इस बार विलेन बन गए। जहां उनके जोड़ीदार मयंक अग्रवाल आनंद लेते हुए छक्के जड़ रहे थे, वहीं राहुल ने पारी को एंकर करने की ठानी और 54 गेंदों में 69 रन की पारी खेली। हालांकि, छोटे ग्राउंड और सपाट पिच पर राहुल के पास तेज पारी खेलने का अच्छा मौका था क्योंकि दूसरी तरफ से मयंक अग्रवाल तूफानी पारी खेल रहे थे। पंजाब को कप्तान की धीमी पारी खल गई। राहुल अगर थोड़ा तेज खेलते तो पंजाब अपने कुल स्कोर में 20 रन का इजाफा कर पाती, जो इस मैच में बहुत बड़ा फर्क पैदा करती।
- गैरअनुभवी स्पिन गेंदबाजी आक्रमण- किंग्स इलेवन पंजाब ने रवि बिश्नोई और मुरुगन अश्विन के साथ स्पिन विभाग की जिम्मेदारी संभालने का फैसला किया। दोनों ही गेंदबाज पंजाब को बीच के ओवरों में विकेट दिलाने में नाकाम रहे। अगर वो ऐसा कर पाते तो रॉयल्स के रन रेट पर निश्चित ही फर्क पड़ता। सैमसन के महत्वपूर्ण विकेट के साथ पंजाब के स्पिनरों के पास रॉयल्स पर दबाव बनाने का शानदार मौका था। मगर उनका कम अनुभव ऐसे समय पर हावी हुआ और रॉयल्स मैच जीतने में कामयाब रहा।