- मोहम्मद शमी का मानना है कि कोरोना वायरस के कारण इस साल आईपीएल होना मुश्किल
- शमी ने बताया कि 2018 के बाद अगले दो सालों में अपने आप को कितना बदला
- शमी ने रोहित शर्मा को बताया था कि 3 बार आत्महत्या का विचार आया था
नई दिल्ली: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का मानना है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के हाथ से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन कराने का समय निकलते जा रहा है। आईपीएल के 13वें एडिशन की शुरुआत 29 मार्च को होना थी, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इसे 15 अप्रैल तक स्थगित कर दिया गया था। फिर देश में लॉकडाउन की अवधि बढ़ती गई और बीसीसीआई ने आईपीएल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का फैसला किया।
ऑस्ट्रेलिया में इस साल टी20 विश्व कप खेला जाना है और अन्य देशों के अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम को देखते हुए आईपीएल का आयोजन मुश्किल नजर आ रहा है। शमी ने स्पोर्ट्स तक से बातचीत में कहा, 'मुझे नहीं लगता कि आईपीएल आयोजन का समय बचा है क्योंकि टी20 वर्ल्ड कप होना है और सभी चीजें बंद हैं। आईपीएल का कार्यक्रम दोबारा बनाना पड़ेगा, लेकिन मौजूदा दृश्य को देखते हुए मुझे नहीं लगता कि आईपीएल होना संभव है।'
दो साल में खुद को बदल दिया
शमी की जिंदगी में सबसे बड़ा भुचाल आया जब 2018 में उनकी पराई पत्नी हसीन जहां ने घरेलू हिंसा और एडल्ट्री के आरोप लगाए। शमी आईपीसी की धारा 498 ए के तहत घरेलू हिंसा के आरोप में गिरफ्तार हुए और कोर्ट में अब भी दहेज के खिलाफ मामला लड़ रहे हैं। हाल ही में शमी ने अपने साथी रोहित शर्मा के साथ इंस्टाग्राम लाइव पर खुलासा किया था कि उन्होंने इस समय में तीन बार आत्महत्या करने की कोशिश की थी।
शमी ने बताया कि कैसे उन्होंने इस दौर से खुद को उबारा और अपने खेल पर पूरा ध्यान लगाकर ठीक हुए। शमी ने अपने परिवार और दोस्तों को कठिन समय में साथ देने के लिए शुक्रिया अदा किया। शमी ने कहा, 'मैंने इन दो सालों में अपनी जितनी जिंदगी बदली, उतनी कभी नहीं बदली थी। मैं भगवान से प्रार्थन करता हूं कि किसी को इस तरह उतार-चढ़ाव देखने को नहीं मिले, जैसे मैंने अपनी जिंदगी में देखे हैं। मैं अपनी जिंदगी में कभी इतनी मेहनत नहीं की थी। मैंने कभी हिम्मत भी नहीं हारी।'
लंबे समय से बेटी से नहीं मिले शमी
शमी ने आगे कहा, 'मैंने अपनी ट्रेनिंग, लाइफस्टाइल, खाने के तरीके और ऐसी चीजें पिछले दो-तीन साल में बदली, जिससे मेरा शरीर एकदम सही आकार में रहे। 2015 से पहले की तुलना में आपको मेरी फिटनेस और शैली में अब काफी फर्क दिखेगा। मेरी जिंदगी में ऐसी चीजें हुई, जिसे मैं सह नहीं पा रहा था। मैं भाग्यशाली हूं कि परिवार और दोस्तों का ऐसे समय में साथ मिला। वह मुझसे ज्यादा चिंतित थे। मैंने उनके सामने एकबार कहा था कि इस तरह की जिंदगी से बेहतर है मर जाना। इसे सुनकर वह लोग काफी घबरा गए थे। इसलिए उन लोगों ने मेरे लिए अपनी जिंदगी के साथ समझौता किया और मेरा साथ दिया।'
शमी ने कहा, 'भगवान की कृपा से अब सब चीजें ठीक हो गई और जिंदगी पटरी पर लौट आई। मेरे खिलाफ कोर्ट में दहेज का मामला चल रहा है। मगर देखते हैं कि क्या होता है। मैं लंबे समय से अपनी बेटी से नहीं मिला। मगर वीडियो कॉल पर एक बार बात हो जाती है। किसी भी माता-पिता के लिए अपने बच्चे से दूर रहना आसान नहीं होता। मगर मुझे उम्मीद है कि अपनी बेटी से जल्दी मिलूंगा।'