- कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ गुरुवार को नहीं चला धोनी का बल्ला
- युवा गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती की गेंद पर हो गए बोल्ड
- रवींद्र जडेजा ने धमाकेदार बल्लेबाजी करके दिलाई अंतिम ओवर में जीत
दुबई: आईपीएल 2020 में गुरुवार को चेन्नई और कोलकाता के बीच खेले गए मुकाबले में केके आर के लिए खेलने वाले मिस्ट्री गेंदबाज़ वरुण चक्रवर्ती ने एमएस धोनी को अपना शिकार बनाया। वरुण ने धोनी का विकेट सीएसके को मुश्किल में डाल दिया था। लेकिन ऐसे नाजुक वक्त में रविन्द्र जडेजा ने धमाकेदार बल्लेबाजी करके चेन्नई को जीत दिला दी।
दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में पांच विकेट लेकर ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए भारतीय टी20 टीम में एंट्री करने वाले चक्रवर्ती ने चेन्नई के खिलाफ भी शानदार गेंदबाजी की और चार ओवर में 20 रन देकर 2 विकेट लिए। धोनी के अलावा उन्होंने शेन वॉटसन जैसे धाकड़ बल्लेबाज का भी विकेट हासिल किया।
धोनी भले ही आईपीएल 2020 में अपने रंग में नजर नहीं आए हैं लेकिन उनके जैसे बल्लेबाज का विकेट आज भी किसी भी गेंदबाज के लिए सबसे कीमती और यादगार विकेट होता है। क्योंकि इस बात से हर कोई वाकिफ है कि धोनी ऐसे खिलाड़ी हैं जो फॉर्म में हों तो किसी भी वक्त पासा पलटकर अपनी टीम को जीत दिला देते हैं। ऐसे में चेन्नई के खिलाफ मैच के बाद वरुण चक्रवर्ती एमएस धोनी से टिप्स लेने पहुंच गए और कैप्टन कूल ने भी उन्हें निराश नहीं किया।
पिछले मैच में धोनी के साथ खिंचवाई थी तस्वीर
इसी सीजन में दोनों टीमों के बीच खेले गए मुकाबले में वरुण ने धोनी को आउट किया था और मैच के बाद उनके साथ तस्वीर भी खिंचवाई थी। ऐसे में इस मैच के बाद भी वो धोनी से मिलने का मौका कैसे गंवा देते। मैच के बाद चक्रवर्ती धोनी के साथ चर्चा करते नजर आए। दोनों खिलाड़ियों के बीच बातचीत के इस वीडियो को केकेआर ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किया है।
केकेआर ने इस वीडियो को साझा करते हुए लिखा, वरुण चक्रवर्ती की परिकथा जारी है चेपक के स्टैंड्स से धोनी को निहारने के बाद अब...
चक्रवर्ती ने धोनी का विकेट पारी के अपने आखिरी ओवर में हासिल किया था। 15वें ओवर में धोनी को बोल्ड करने से पहले उन्होंने दो गेंद पर उन्हें परेशान किया लेकिन तीसरी गेंद पर धोनी गच्चा खा गए और गेंद सीधे लेग स्टंप पर लगी और धोनी पवेलियन लौट गए।
टीम इंडिया में करना चाहते हैं ऐसा
साल 2015 में आर्किटेक्ट से क्रिकेटर बनने वाले वरुण चक्रवर्ती ने टीम इंडिया में चुने जाने के बाद कहा, मेरा लक्ष्य टीम के लिए लगातार खेलकर टीम की जीत में योगदान करना था। आशा करता हूं कि मैं भारतीय टीम के लिए भी ऐसा करने में सफल रहूंगा। मैं सोशल मीडिया पर ज्यादा सक्रिय नहीं हूं। मुझपर विश्वास जताने के लिए मैं चयनकर्ताओं का शुक्रिया अदा करना हूं। मेरे पास और कुछ कहने के लिए शब्द नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, मैंने साल 2018 में स्पिन गेंदबाजी करने की शुरुआत की थी और तभी मुझे टीएनपीएल में खेलने का मौका मिला। पिछला साल मेरे लिए उतार चढ़ाव भरा रहा मैं चोटिल हो गया लेकिन इस साल मैं वापसी करने में सफल रहा हूं। मैं कड़ी मेहनत कर रहा हूं लेकिन आपको प्रेरणा और उत्साह अपने आस-पास के लोगों से मिलता है। साल 2015 में मैं अपनी जरूरतें पूरी करने लायक पैसा नहीं कमा पा रहा था ऐसे में मुझे लगा कि मुझे कुछ अलग करना चाहिए तो मैंने क्रिकेट की तरफ रुख किया।