- रिषभ पंत पूर्व कप्तान एमएस धोनी को भगवान की तरह मानते हैं
- पंत की अधिकांश धोनी से तुलना होती है, लेकिन राणा के मुताबिक रिषभ को यह बिलकुल पसंद नहीं
- राणा ने बताया कि रिषभ पंत को धोनी के साथ तुलना बिलकुल रास नहीं आती
नई दिल्ली: रिषभ पंत के करियर की जब शुरूआत हुई थी, तभी से उनकी तुलना भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज कप्तान एमएस धोनी से होने लगी थी। पंत को धोनी का उत्तराधिकारी माना जा रहा था। युवा विकेटकीपर बल्लेबाज से उम्मीद की जा रही थी कि जब धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेंगे तो पंत उनकी जगह को आसानी से भरेंगे। कई मौकों पर धोनी के साथ तुलना के कारण पंत को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा।
पिछले कुछ समय में पंत ने विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह पक्की कर ली है। उन्होंने कई मैच विजयी प्रदर्शन किए, लेकिन इसके बावजूद 23 साल के पंत को धोनी के साथ तुलना पसंद नहीं आती। पंत ने पिछले कुछ समय में न सिर्फ अपनी बल्लेबाजी बल्कि फिटनेस और विकेटकीपिंग में भी गजब का सुधार किया है। पंत जब बड़े हो रहे थे तो धोनी को अपना आदर्श मानते थे। वह धोनी के नक्शेकदम पर आगे बढ़ रहे थे। नितीश राणा के मुताबिक पंत की जिंदगी में धोनी का कद भगवान जैसा है।
पंत ने कहा था- मैं इस तुलना के लायक नहीं: राणा
नितीश राणा ने इंडिया टीवी से बातचीत में कहा, 'रिषभ पंत माही भाई को बहुत मानता है। वो इस हद तक माही भाई का सम्मान करता है कि कभी बोलता है- अगर मुझे जागकर सबसे पहले किसी को देखना हो या फिर सोते समय किसी देखकर सोना हो तो वो माही भाई है। वो मुझे कह चुका है- माही भाई के साथ मेरी तुलना लोग क्यों करते हैं? मैं तुलना के लायक नहीं। वो हाथ जोड़कर बोला- माही भाई से मेरी तुलना करना बंद करो, मेरा बल्ला और सबकुछ ले लो। मैं नहीं खेलना चाहता, लेकिन मेरी तुलना माही भाई से मत करो। वो मेरे लिए भगवान की तरह हैं।'
पंत को भारतीय क्रिकेट में अगली बड़ी चीज माना जा रहा है। पंत ने जिस आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करना शुरू किया है, उन्होंने विरोधी टीम के गेंदबाजों के मन में खौफ भरने का काम शुरू कर दिया है। राणा के मुताबिक पंत का आत्मविश्वास उन्हें अपने करियर में यहां तक लेकर आया है।
पंत में गजब का आत्मविश्वास: राणा
राणा ने याद किया, 'पंत की सबसे बड़ी ताकत आत्मविश्वास है। वो जहां भी जाए, जिस भी प्रारूप में खेले, अपना आत्मविश्वास कभी नहीं छोड़ता। मुझे याद है कि एक समय लोग उसकी खूब आलोचना कर रहे थे। तब उसने मुझे कहा- मैं बस एक बड़ी पारी से दूर हूं। जिस दिन मैंने बड़ी पारी खेल ली तो सभी शांत हो जाएंगे और मेरा मानना है बहुत जल्द मैं ऐसी पारी खेलने वाला हूं। अगले मैच में उसने शतक जमाया, जो 2018-19 के ऑस्ट्रेलिया दौरे की बात है।'
नितीश राणा ने आगे कहा, 'फिर पंत ने मुझे फोन किया। वो मीम्स शेयर किए और कहा- देख, लोग कैसे बदल गए। पहले ये लोग क्या बोल रहे थे और अब क्या बोल रहे हैं। वो अपनी जिंदगी में काफी सकारात्मक है और आत्म-विश्वास ही उसकी सबसे बड़ी ताकत है।' पंत अब विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में खेलते हुए नजर आएंगे। नितीश राणा भारतीय टीम के साथ श्रीलंका दौरे पर रवाना होंगे।