- आईपीएल 2020 (इंडियन प्रीमियर लीग)
- यूएई में खिलाड़ियों को कोरोना टेस्ट के अलावा एक और टेस्ट के लिए रहना होगा तैयार
- नाडा ने कमर कसी, कम से कम 50 खिलाड़ी होंगे निशाने पर
नई दिल्लीः राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) के तीन अधिकारी और छह डोप नियंत्रण अधिकारी (डीसीओ) 19 सितंबर से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खिलाड़ियों के नमूने लेने के लिये संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जाएंगे। नाडा के सूत्रों के अनुसार एजेंसी दस नवंबर तक चलने वाले इस टी20 टूर्नामेंट में प्रतियोगिता के दौरान और प्रतियोगिता से इतर कम से कम 50 नमूने एकत्रित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘नाडा के नौ लोग यूएई में रहेंगे और अगर उन्हें जरूरत पड़ी तो वे यूएई के राष्ट्रीय डोपिंग रोधी संगठन की मदद भी लेंगे।’’ नाडा की तीन स्थलों में से प्रत्येक स्थल पर तीन टीमें होंगी जिसमें एक अधिकारी और दो डीसीओ शामिल होंगे। इसके अलावा स्थानीय डोपिंग रोधी संगठन के कर्मचारी भी प्रत्येक स्थल पर रहेंगे।
खर्चा कौन उठाएगा?
उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि इसका पूरा खर्चा नाडा वहन करेगा या बीसीसीआई इसमें योगदान देगा क्योंकि टूर्नामेंट भारत से बाहर आयोजित किया जा रहा है। भारत में नमूने एकत्र करने, परिवहन और परीक्षण का खर्चा नाडा वहन करता है। सूत्रों ने बताया, ‘‘नाडा के अधिकारियों को बीसीसीआई के जैव सुरक्षित वातावरण में ही रहने के लिये कहा जाएगा।’’
यूएई मे पांच डोप नियंत्रण स्टेशन बनाने का आदेश
नाडा ने बीसीसीआई से यूएई में पांच डोप नियंत्रण स्टेशन तैयार करने के लिये कहा है। इनमें से तीन अबुधाबी, शारजाह और दुबई के मैच स्थल पर जबकि दो दुबई और अबुधाबी में अभ्यास केंद्रों पर होंगे। नमूनों की संख्या भले ही सीमित हो सकती है लेकिन संभावना है कि बीसीसीआई कुछ रक्त नमूने भी एकत्रित कर सकता है क्योंकि दुबई से दोहा तक नमूनों को पहुंचाना आसान होगा। दोहा में वाडा से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला है।