इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के इस साल के संस्करण को कोरोना महामारी के चलते अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किया गया था लेकिन अब रास्ते खुल गए हैं और यूएई में आईपीएल आयोजित करने का ऐलान जल्द हो सकता है। आईपीएल फैंस उत्साहित हैं और इस बार का सीजन सबसे लोकप्रिय व सबसे ज्यादा देखा जाने वाला आईपीएल सीजन बन सकता है, ऐसा मानना है किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के सह-मालिक नेस वाडिया (Ness Wadia) का।
नेस वाडिया ने शुक्रवार को कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में होने वाला आईपीएल टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला सत्र होगा । उन्होंने हालांकि आईपीएल के दौरान खिलाड़ियों की रोज जांच कराने की पैरवी की। वाडिया ने कहा ,‘‘मैदान के भीतर और बाहर भी सुरक्षा को लेकर सख्त प्रोटोकॉल अपनाने होंगे ताकि आईपीएल सुरक्षित और सफल हो सके।’’
मैं क्रिकेटर होता तो रोज कोरोना जांच कराता
उन्होंने कहा ,‘‘मैं चाहता हूं कि ज्यादा से ज्यादा कोरोना जांच रोज हो । मैं क्रिकेटर होता तो रोज जांच कराना चाहता। इसमें कोई हर्ज नहीं है।’’ आठ टीमों के आईपीएल में उस तरह जैविक सुरक्षा माहौल नहीं बनाया जा सकता जैसे इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज में किया गया। वाडिया ने कहा, ‘‘जैविक सुरक्षित माहौल के बारे में संजीदगी से विचार किया जाना चाहिये लेकिन मैं नहीं जानता कि आठ टीमों के टूर्नामेंट में यह संभव है ।हम बीसीसीआई से मानक संचालन प्रक्रिया का इंतजार कर रहे हैं।’’
यूएई में सारी तकनीक मौजूद है
उन्होंने कहा ,‘‘अमीरात में सबसे ज्यादा जांच दर रही है और उनके पास सारी तकनीक है । बीसीसीआई को पर्याप्त जांच सुनिश्चित कराने के लिये स्थानीय प्रशासन की मदद की जरूरत होगी।’’ उन्होंने कहा ,‘‘लॉजिस्टिक के हिसाब से सोचे तो हम यूएई में आईपीएल पहले भी करा चुके हैं । इस बार प्रोटोकॉल ज्यादा होंगे । उम्मीद है कि बीसीसीआई जरूरी कदम उठायेगा । ईपीएल जैसी फुटबॉल लीग से भी काफी कुछ सीखा जा सकता है।’’
दुनिया भर में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूर्नामेंट बनेगा
टीमों के लिये आर्थिक रूप से असुरक्षित माहौल में प्रायोजक जुटाना चिंता का सबब हो सकता है लेकिन वाडिया ने कहा कि इस साल आईपीएल से होने वाले फायदों को अनदेखा नहीं किया जा सकता । उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे इसमें कोई हैरानी नहीं होगी अगर इस बार का आईपीएल सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूर्नामेंट साबित हो । सिर्फ भारत में ही नहीं, दुनिया भर में । प्रायोजकों के लिये काफी फायदा होंगे और मुझे यकीन है कि वे इसे उस नजरिये से देखेंगे ।’’