- राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक छात्र की सहवाग ने की है जमकर तारीफ
- ऑनलाइन क्लास अंटेंड करने के लिए रोज चढ़ता है पहाड़
- पहाड़ के ऊपर आता है इंटरनेट का नेटवर्क और अटेंड कर पाता है क्लास
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग कोरोना काल में चर्चा से कोसों दूर हैं। बीच बीच में ट्विटर पर अपनी पोस्ट के जरिए वो प्रशंसकों और लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लेते हैं। ऐसा ही उन्होंने एक बार फिर किया है। राजस्थान के एक बच्चे के पढ़ाई के प्रति समर्पण को देखकर सहवाग उसके बारे में पोस्ट करने से खुद को रोक नहीं पाए और उसकी मदद करने की इच्छा भी जताई है।
सहवाग ने राजस्थान के बाड़मेर जिले के एक छात्र हरीश की तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, एक युवा लड़का जो की राजस्थान के बाड़मेर जिले का है। वो रोजाना इंटरनेट की जद में पहुंचने के लिए रोज पहाड़ चढ़ता है ताकि ऑनलाइन क्लास अटेंड कर सके। वो रोज सुबह आठ बजे चढ़ाई शुरू करता है और दोपहल दो बजे क्लास अंटेंड करके घर वापस आता है। मैं उसके समर्पण का कायल हो गया हूं और उसकी मदद करना चाहता हूं।'
सहवाग ने जो तस्वीर साझा की है उसमें दिख रहा है कि हरीश एक पहाड़ के ऊपर प्लास्टिक की टेबल कुर्सी पर बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं। उनके हाथ में मोबाइल फोन है और टेबल पर नोटबुक और किताबें रखी हैं।
सहवाग अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद हरियाणा के झझर में एक आवासीय विद्यालय चलाते हैं। जिसमें वो देश की सेवा में शहीद होने वाले जवानों के बच्चों को मुफ्त में शिक्षा दे रहे हैं। ऐसे में हो सकता है कि इस बच्चे को भी सहवाग के स्कूल में पढ़ने का मौका मिल जाए।