- एमएस धोनी के संन्यास पर पाकिस्तान के पूर्व ऑफ स्पिनर ने दी अपनी राय
- मुश्ताक ने कहा कि बीसीसीआई ने एमएस धोनी के साथ सही रवैया नहीं किया
- मुश्ताक ने कहा कि बड़े खिलाड़ी का संन्यास इस तरह नहीं होना चाहिए
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज ऑफ स्पिनर सकलैन मुश्ताक ने कहा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एमएस धोनी के साथ सही बर्ताव नहीं किया और उनका संन्यास बिना विदाई मैच के नहीं होना चाहिए था। सकलैन ने कहा कि धोनी के चाहने वाले उन्हें संन्यास लेने से पहले आखिरी बार भारतीय टीम की जर्सी में मैच खेलते हुए देखना चाहते होंगे।
सकलैन मुश्ताक ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'मैं हमेशा सकारात्मक बातें करता हूं और किसी भी तरह नकारात्मकता नहीं फैलाना चाहता, लेकिन मुझे लगता है कि ये बात कहनी चाहिए। यह एक तरह से बीसीसीआई की हार है। बोर्ड ने एमएस धोनी जैसे बड़े खिलाड़ी के साथ सही बर्ताव नहीं किया। इस तरह संन्यास नहीं होना चाहिए था। यह बात मेरे दिल से आ रही है और मेरा मानना है कि करोड़ों फैंस भी यही महसूस कर रहे होंगे। मैं बीसीसीआई से माफी मांगता हूं कि ऐसा कह रहा हूं, लेकिन उन्होंने धोनी के साथ सही बर्ताव नहीं किया। मैं दुखी हूं।'
एक आखिरी बार टीम इंडिया की जर्सी में धोनी को देखने की चाहत: मुश्ताक
एमएस धोनी ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर चार मिनट का एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें बतौर क्रिकेटर उनकी यात्रा का उल्लेख है और इस तरह उन्होंने संन्यास की घोषणा की। सकलैन ने कहा, 'भगवान उस पर कृपा बनाए रखे और उसकी सभी इच्छाएं पूरी हो और जो भी फैसले ले, उसमें सफल हो। मगर एक मलाल मुझे रह गया। मेरे ख्याल से धोनी के हर फैन को भी यही मलाल है। यह देखना गजब होता कि एमएस धोनी को भारतीय टीम की जर्सी पहने देखते हुए संन्यास लेते देखते।'
एमएस धोनी ने आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में न्यूजीलैंड के हाथों सेमीफाइनल में मिली हार के बाद से कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला था। वह अब आईपीएल 2020 में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान के रूप में लौट रहे हैं। आईपीएल-13 की शुरूआत 19 सितंबर को यूएई में होगी।
सकलैन ने कहा कि धोनी ने बेहतर तरह से संन्यास लेने का सपना देखा होगा। दूसरा गेंद के आविष्कार का श्रेय अपने नाम रखने वाले मुश्ताक ने कहा, 'खुशी है कि एमएस धोनी आईपीएल में खेलेंगे। मगर उनका इंटरनेशनल रिटायरमेंट अलग हो सकता था। हर क्रिकेटर के कुछ सपने होते हैं। मेरा भी था, लेकिन चोट के कारण ऐसा हो नहीं सका। मगर मेरा मानना है कि प्रत्येक क्रिकेटर अपने चरम पर रहते हुए क्रिकेट से विदाई लेना चाहता है। मुझे भरोसा है कि एमएस धोनी का भी सपना रहा होगा। एमएस धोनी आप शानदार इंसान और असली हीरो हैं, आप पर गर्व है।'