- श्रेयस अय्यर से बात करने के कारण गांगुली पर हितों के टकराव का आरोप
- बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया
- गांगुली ने कहा कि वह किसी भी कप्तान से बात कर सकते हैं चाहे विराट हो या अय्यर
कोलकाता: दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर से बात करने को लेकर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली पर हितों के टकराव का आरोप लगा, जिस पर पूर्व कप्तान ने कहा कि उन्होंने देश के लिए लगभग 500 मैच खेले है, जो उन्हें किसी भी खिलाड़ी से बात करने और मार्गदर्शन करने का अधिकार देता है, अब चाहे वो श्रेयस अय्यर हो या विराट कोहली।
इंडियन प्रीमियर लीग के मौजूदा सत्र में दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने एक साक्षात्कार में टीम के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग और गांगुली (2019 में टीम के मेंटोर) के योगदान के बारे में बताया था, जिसने उन्हें सफल खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर निखरने में मदद की। गांगुली के आलोचकों ने हालांकि आरोप लगाया कि बीसीसीआई के अध्यक्ष होते हुए वह एक फ्रेंचाइजी के कप्तान की मदद कर रहे हैं।
गांगुली ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा, 'मैंने पिछले साल उनकी (अय्यर) मदद की थी। मैं बोर्ड अध्यक्ष हो सकता हूं, लेकिन यह मत भूलो कि मैंने भारत के लिए लगभग 500 मैच (424 मैच) खेले हैं, इसलिए मैं एक युवा खिलाड़ी से बात कर सकता हूं और उसकी मदद कर सकता हूं, चाहे वह श्रेयस अय्यर हों या विराट कोहली। अगर वे मदद चाहते हैं, तो मैं कर सकता हूं।'
अय्यर ने हालांकि बाद में ट्वीट कर सफाई पेश करते हुए कहा, 'एक युवा कप्तान के रूप में पिछले सत्र में एक क्रिकेटर और कप्तान के रूप में अपनी यात्रा का हिस्सा बनने के लिए मैं रिकी और दादा का शुक्रगुजार हूं। एक कप्तान के रूप में मेरी व्यक्तिगत वृद्धि में उन्होंने जो भूमिका निभाई है मैं उसके प्रति कृतज्ञता जता रहा था।'