- उमरान मलिक और आवेश खान ने मौजूदा आईपीएल में शानदार प्रदर्शन किया
- अर्शदीप सिंह ने अंतिम ओवरों में कसावट भरी गेंदबाजी करके पहचान बनाई
- सहवाग चाहते हैं कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में इन तीनों को आजमाया जाए
नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग पारंपरिक रूप से देश का शानदार मंच बन चुका है, जहां से प्रतिभाएं निकलकर आती हैं। 2022 संस्करण ने बीसीसीआई की चयन समिति के सामने कुछ नए चेहरे सामने रखे हैं। भारत को जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज खेलना है और पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने तीन तेज गेंदबाजों के नाम सुझाए हैं, जिन्हें मौका मिलना चाहिए। आईपीएल के 15वें संस्करण में कई युवा भारतीय तेज गेंदबाजों ने अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया और राष्ट्रीय टीम के लिए अपना दावा मजबूत किया।
उमरान मलिक और आवेश खान के बारे में काफी बातचीत हो रही है। आवेश ने छोटे प्रारूप में भारत के लिए कुछ मैच खेले हैं। उमरान को भी अब राष्ट्रीय टीम में शामिल करने की मांग जोरों पर है। सहवाग चाहते हैं कि आवेश और उमरान के अलावा पंजाब किंग्स के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह को भी आजमाया जाना चाहिए, जिन्होंने मौजूदा आईपीएल में अपनी गेंदबाजी से काफी प्रभावित किया है। अंतिम ओवरों में अर्शदीप सिंह ने बेहद किफायती गेंदबाजी की।
क्रिकबज से बातचीत करते हुए वीरू ने कहा, 'आज टी20 वर्ल्ड कप के बारे में बात कर रहे हैं। मैं कहता हूं कि उन्हें जून में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में मौका मिलना चाहिए। आपको पता चलेगा कि वो अंतरराष्ट्रीय टीम के खिलाफ किस तरह की गेंदबाजी करेगा और उसे अनुभव भी मिलेगा। आप अपने प्रमुख गेंदबाजों को आराम दे सकते हो क्योंकि इंग्लैंड में भी टी20 खेलना है। आईपीएल में जिनसे प्रदर्शन किया है, उसे घरेलू सीरीज में चुनना चाहिए। उमरान मलिक, अर्शदीप सिंह और आवेश खान को आजमाया जा सकता है।'
जहां आवेश कुछ समय से भारतीय टीम की रणनीति का हिस्सा हैं, वहीं उमरान की गति ने उन्हें सनसनी बना रखा है। अर्शदीप ने बहुत ही किफायती गेंदबाजी की है अपनी टीम के साथियों से बेहतर प्रदर्शन किया। आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फर्क पूछने पर सहवाग ने कहा, 'अनुभव में ज्यादा फर्क नहीं होगा क्योंकि आईपीएल भी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट ही है। हमारे समय में आप घरेलू क्रिकेट खेलते थे और वीडियो कैमरा नहीं होते थे। ग्राउंड पर दर्शक मैच देखने नहीं आते थे। तो जब आप खाली स्टेडियम से खचाखच भरे स्टेडियम में प्रवेश करते हैं और इतने लोग आपको लाइव देखते हैं तो दबाव महसूस होता है। आईपीएल ने युवा क्रिकेटरों के लिए ये बदल दिया है। यहां लोग मैच देखने आते हैं और इसका प्रसारण लाइव होता है व खिलाड़ी प्रदर्शन करने के दबाव में हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'तो आईपीएल से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में फर्क नहीं बचा। एकमात्र चीज यह है कि आईपीएल में कुछ बल्लेबाज हैं, जिनके खिलाफ आप अच्छी गेंदबाजी कर सकते हैं और अपना रास्ता बनाएं। मगर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में देश के सभी शीर्ष बल्लेबाज खेलेंगे तो वहां सफल होना चुनौतीपूर्ण होता है।'