- चेन्नई सुपर किंग्स को मिली आईपीएल 2020 में लगातार दूसरी हार
- दिल्ली से पहले राजस्थान ने 16 रन के अंतर से दी थी मात
- एक सप्ताह में तीन मैच खेलने के बाद चेन्नई को मिला है सात दिन का आराम
दुबई: आईपीएल 2020 में मुंबई इंडियन्स के खिलाफ जीत के साथ शुरुआत करने वाले एमएस धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स को लगातार दूसरे मैच में हार का सामना करना पड़ा है। मुंबई के खिलाफ सीजन के पहले मैच में 5 विकेट से जीत दर्ज करने के बाद चेन्नई को राजस्थान के खिलाफ 16 रन और दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 44 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा है। शुक्रवार को दिल्ली के खिलाफ चेन्नई की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों बेरंग नजर आई।
मैच में टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरी चेन्नई की टीम दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाजों को रोकने में नाकाम रही। दिल्ली ने पृथ्वी शॉ(64) की अर्धशतकीय पारी की बदौलत 3 विकेट पर 175 रन का स्कोर खड़ा कर दिया। इसके बाद 176 रन के स्कोर का पीछा करते हुए 7 विकेट पर केवल 131 रन बना सकी। फॉफ डुप्लेसी के अलावा और कोई बल्लेबाज दिल्ली के गेंदबाजों का सामना करते हुए रन नहीं बना सका। डुप्लेसी ने 43 रन की पारी खेली।
करनी होगी बल्लेबाजी की समीक्षा
ऐसे में हार के बाद सीएसके के कप्तान एमएस धोनी ने कहा, ये मैच हमारे लिए अच्छा नहीं रहा। विकेट बाद में धीमा हो गया और रात में ओस भी नहीं थी। धोनी ने स्वीकार किया कि हमारे बल्लेबाजी में जो कमियां हैं हमें उनका आकलन करना होगा और एक अतिरिक्त गेंदबाज खिलाने के बारे में सोचना होगा।
चेन्नई को मिला है सात दिन का ब्रेक
आईपीएल 2020 के पहले सप्ताह में ही तीन मैच खेल चुकी सीएसके अब अपना अगला मैच 2 अक्टूबर को दुबई में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलेगी। ऐसे में सात दिन के ब्रेक के बारे में धोनी ने कहा, अगले सात दिन का ब्रेक हमारे लिए अच्छा है। हम इस दौरान सही टीम कॉम्बिनेशन और संतुलन की तलाश करेंगे। यदि आप गेंदबाजी को देखें तो कोई भी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा है। हमारी टीम में अभी एक बल्लेबाज ज्यादा है और हम केवल एक अतिरिक्त गेंदबाज लेने के बारे में सोच सकते हैं। अगले मैच में रायुडू की वापसी हो जाएगी उसके बाद ही हम अतिरिक्त गेंदबाज को लेकर प्रयोग कर पाएंगे।
दुबई में क्यों छूटते हैं कैच?
धोनी से जब दुबई में लगातार कैच छूटने के बारे में पूछा गया कि क्या यहां की विशेष तरह की लाइट्स की वजह से ऐसा हो रहा है तो धोनी ने कहा, एक बार जब वो ग्लव्स पहन लेते हैं तो उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन ये सामान्य तरह की लाइटें नहीं हैं आम तौर पर खिलाड़ी चार या छह लाइट्स वाले मैदानों में खेलने के आदी हैं। ऐसा नहीं है कि यहां रोशनी कम है लेकिन लाइट्स की दिशा के कारण खिलाड़ियों को कैच लपकने में परेशानी हो सकती है। अब आपने ये बात कह दी है तो अब खिलाड़ियों को एक अतिरिक्त बहाना मिल गया है।