- गुरुवार से शुरू होंगे प्लेऑफ मुकाबले, मुंबई और दिल्ली के बीच होगी पहले क्वालीफायर्स में भिड़ंत
- सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के बीच खेला जाएगा एलिमिनेटर मुकाबला
- इस नंबर पर रहने वाली टीम केवल एक बार जीत पाई है खिताब
शारजाह: आईपीएल 2020 अपने अतिम दौर की ओर बढ़ चला है। अब कुल चार मुकाबले शेष बचे हैं जिसमें खिताब के लिए डिफेंडिंग चैंपियन मुंबई, एक बार की चैंपियन सनराइजर्स हैदराबाद और अपने पहले खिताब के लिए जुझ रहीं दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के बीच भिड़ंत होगी। बाजी किसके हाथ लगेगी ये तो वक्त ही बताएगा लेकिन हार जीत के पुराने आंकड़ों के आधार पर खिताबी जीत का अनुमान लगाया जा सकता है। आइए ऐसे ही कुछ आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
56 लीग मैचों के बाद अंक तालिका में पहले पायदान पर रोहित शर्मा की कप्तानी वाली मुंबई इंडियन्स, दूसरे पर श्रेयस अय्यर की कप्तानी वाली दिल्ली कैपिटल्स, तीसरे पर डेविड वॉर्नर की सनराइजर्स हैदराबाद और चौथे पर विराट सेना के नाम से विख्यात आरसीबी की टीम है। पहले क्वालीफायर मुकाबले में टॉप पर काबिज मुंबई और दिल्ली के बीच भिड़ंत होगी। इसके बाद तीसरे और चौथे पायदान पर काबिज सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के बीच एलिमिनेटर मुकाबला होगा। इस मुकाबले में जीतने वाली टीम की मुंबई और दिल्ली के बीच होने वाले मुकाबले के विजेता से भिड़ेंगे। और इसके बाद फाइनल में पहुंचने वाली दूसरी टीम का फैसला होगा।
दो बार खिताब जीत पाई है तीसरे-चौथे नंबर की टीम
ऐसे में फाइनल में पहुंचना पहले क्वालीफायर के विजेता के लिए जितना आसान है उतना ही तीसरे और चौथे पायदान पर काबिज टीमों के लिए मुश्किल। चैंपियन बनने के लिए तीसरे और चौथे पायदान पर काबिज टीम को तीन मैच जीतने होते हैं। ऐसे में अगर इस बात का आकलन किया जाए कि कौन सी टीम चैंपियन बनेगी तो प्लेऑफ फॉर्मेट के शुरू होने के बाद केवल एक बार ही तीसरे या चौथे स्थान पर रहने वाली टीम खिताब अपने नाम कर सकी है और ये कारनामा सनराइजर्स हैदराबाद ने डेविड वॉर्नर की कप्तानी में साल 2016 में किया था। अगर कुल मिलाकर देखें तो तीसरे नंबर पर रहते हुए साल 2010 में चेन्नई सुपर किंग्स पहली बार चैंपियन बनी थी।
बेंगलोर और हैदराबाद के कम हैं आसार
ऐसे में इतिहास को देखते हुए विराट कोहली और डेविड वॉर्नर की टीमों के लिए खिताबी जीत थोड़ी मुश्किल नजर आ रही है क्योंकि इनका प्रदर्शन सीजन में बेहद उतार चढ़ाव भरा रहा है। लगातार चार मैच गंवाकर विराट सेना प्लेऑफ दौर में पहुंचने में सफल रही है वहीं सनराइजर्स हैदराबाद ने शुरुआती 9 में से 6 मैच गंवा दिए थे और अब अंतिम 5 में से 4 मैच में जीत दर्ज कर प्लेऑफ एंट्री की है।
दूसरे नंबर की टीम ने जीते हैं सबसे ज्यादा खिताब
पहले या दूसरे नंबर पर रहने वाली टीमों ने 12 में से 9 खिताब अपने नाम किए हैं। जिसमें से चार बार पहले नंबर पर रहने वाली टीम ने जबकि सबसे ज्यादा 5 बार दूसरे नंबर पर रहने वाली टीम विजेता बनी। तीसरे और चौथे नंबर की टीम कुल तीन बार ही जीत हासिल कर सकी है। ऐसे में सबसे कम संभावनाए इन दो टीमों की खिताबी जीत की हैं। हालांकि हैदराबाद नंबर तीन पर रहकर खिताब जीत चुकी है ऐसे में उसे नजर अंदाज करने की भूल कोई टीम नहीं करेगी। इन आंकड़ों के हिसाब से तो दूसरे नंबर पर पहुंची दिल्ली कैपिटल्स की टीम के इस बार विजेता बनने की सबसे ज्याद संभावना है। वहीं पहले नंबर पर रहते हुए मुंबई ने अपने पिछले दो खिताब साल 2017, 2018 में जीते हैं इसलिए इस बार भी वो खिताबी जीत हासिल कर सकती है।