- कोलकाता नाइट राइडर्स को मात देकर अंक तालिका में पांचवें पायदान पर पहुंची पंजाब किंग्स
- हार के बावजूद 5 जीत और बेहतर रन रेट के साथ चौथे पायदान पर काबिज है केकेआर
- पंजाब की टीम को 12 मैच में 5 जीत और 7 हार के साथ हो गए हैं 10 अंक
दुबई: आईपीएल 2021 के दूसरे चरण में शुक्रवार को खेले गए मुकाबले में केएल राहुल की कप्तानी पारी की बदौलत पंजाब किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को मात देकर अपनी प्लेऑफ राउंड में पहुंचने की उम्मीदों को बरकरार रखा है। टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने उतरी पंजाब किंग्स ने कोलकाता नाइट राइडर्स को निर्धारित 20 ओवर में 7 विकेट पर 165 रन का स्कोर खड़ा करने दिया। इसके बाद जीत के लिए मिले 166 रन के लक्ष्य को 3 गेंद और 5 विकेट रहते हासिल कर लिया।
केएल राहुल ने अपनी टीम के लिए 55 गेंद में 67 रन की पारी खेली और टीम को जीत के मुहाने तक पहुंचाया। जहां रोमांचक ढंग से जीत की औपचारिकता शाहरुख खान ने छक्का 20वें ओवर की तीसरी गेंद पर छक्का जड़कर पूरी कर दी। छक्का भी कैच लेने की कोशिश कर रहे राहुल त्रिपाठी के हाथ पर लगकर गया।
इस जीत के बाद पंजाब की प्लेऑफ में पहुंचने की संभालनाएं अभी भी जिंदा है। अंक तालिका में पंजाब 12 मैच में 5 जीत के साथ पांचवें पायदान पर पहुंच गया है। वहीं केकेआर की टीम भी 12 मैच में 5 जीत के साथ चौथे पायदान पर बेहतर नेट रन रेट की वजह से कायम है।
रोमांचक मैच खेलने के हो गए हैं आदी
मैच में शानदार अर्धशतकीय पारी खेलने वाले केएल राहुल को मैन ऑफ द मैच चुना गया। जीत के बाद राहुल ने कहा, हम इस तरह के रोमांचक मैच खेलने के आदी हो गए हैं। मैं इसमें से दो अंक लेना चाहूंगा। हमने पूरे मैच में शानदार और समझदारी भरी क्रिकेट खेली। हमने बहुत पहले ही यह समझ लिया था कि विकेट अच्छा है और हम ज्यादा प्रयोग नहीं कर सकते इसलिए गेंदबाजी के दौरान हम रक्षात्मक नजर आए। विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छा था गेंद शुरुआती कुछ ओवरों में स्विंग हुई लेकिन बाद में इसमें स्पिन भी नहीं था।
गेंदबाजों को लगा कि बल्लेबाजों को बड़ी बाउंड्री की तरफ मारने के लिए बाध्य करें। उनके पास इस बारे में स्पष्ट योजना थी। उन्होंने उसपर बेहतरीन तरीके से अमल किया। बल्लेबाजी के दौरान भी हमने खिलाड़ियों की भूमिका निर्धारित कर दी थी। वो अपनी तरफ उसी योजना पर अमल किया। मुझे इस बात की खुशी है कि हम अंत में जीत दर्ज करने में सफल हुए।
जीत हासिल करने से ठीक पहले आउट होने के सवाल पर राहुल ने कहा, मैं मैच खत्म करना चाहता था लेकिन ऐसा नहीं हो सका। यहां का मौसम मेहरबान नहीं है। इंग्लैंड से सीधे यहां पहुंचकर खेलना मुश्किल है।
मुश्किल था हरप्रीत को बाहर रखने का फैसला
हरप्रीत बरार को बाहर करने के फैसले पर राहुल ने कहा, बतौर कप्तान ऐसे फैसले मेरी जान ले लेते हैं। हम नहीं चाहते हैं कि युवा भारतीय जो अच्छा कर रहे हैं टीम से बाहर हों। बेहद भारी मन से मैंने हरप्रीत से बात की और उसे एकादश से बाहर किया। क्योंकि क्रिस गेल ने बायो-बबल छोड़ दिया है और हमें सर्वश्रेष्ठ एकादश बनाने के लिए कुछ बदलाव करने थे। दुर्भाग्यवश हरप्रीत को बाहर रखना पड़ा। अगल मैच शारजाह में खेला जाना है वो एक बार फिर उस मैदान पर हमारे लिए कारगर साबित हो सकते हैं।
फिनिशर के रूप में डेवलप हो रहे हैं शाहरुख
अंत में पंजाब को जीत दिलाने वाले शाहरुख खान की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा, वो नेट्स पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। आईपीएल के पहले चरण में हमने देखा कि वो कितने मजबूत हैं और बड़े शॉट्स खेलने में माहिर हैं। उन्होंने बैटिंग कोच के साथ बहुत मेहनत की है वो उनसे बहुत सारे सवाल पूछते हैं और मैच को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने अपने खेल को इस तरह विकसित किया है। कि मैदान पर जाकर वो 170-180 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए वो भी बगैर जोखिम उठाए। आज भी उन्होंने सटीक क्रिकेटिंग शॉट्स खेले। हम सभी इस बात से वाकिफ हैं कि वो बड़े शॉट्स खेलने में माहिर हैं। वो ऐसे खिलाड़ी हैं जो मैच खत्म कर सकते हैं उन्होंने तमिलनाडू के लिए ऐसा किया है। आशा करता हूं ये मैच उन्हें आत्मविश्वास देगा। आशा करता हूं कि हमारे लिए वो लगातार ऐसा करते रहें और एक दिन भारतीय टीम के लिए ऐसा करें।
परिणाम को लेकर नहीं हैं परेशान
अंक तालिका में पांचवें पायदान पर पहुंचने के बारे में राहुल ने कहा, हमारे बीच परिणाम को लेकर परेशान नहीं होने की चर्चा चल रही है। कई बार अपने ऊपर बहुत दबाव डाल लेते हैं। पिछले दो तीन साल में हम निचले पायदान की टीम रहे थे और हम खुद को साबित करना चाहते थे। हम जानते थे कि हमारी टीम बेहतर है लेकिन जीतने की चाहत में अपने ऊपर हम अनचाहा दबाव डालना मददगार साबित नहीं हो रहा था।
करें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
टीम के प्लेऑफ में पहुंचने के बारे में प्लान के बारे में राहुल ने कहा, टीम के लिए अब ये संदेश है कि मैदान पर जाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें। यूएई में खेले चार मैच इस बात सबसे अच्छा उदाहरण हैं कि सभी मैच बेहद मनोरंजक रहे और हम आखिरी तक लड़े। मुंबई के खिलाफ हमने तकरीबन 135 रन के लक्ष्य का बचाव किया। सनराइजर्स के खिलाफ हमने 125 के स्कोर का बचाव किया। राजस्थान के खिलाफ हम दुर्भाग्यशाली रहे और अंत में मैच नहीं जीत सके। ये हमारी जैसी युवा टीम के लिए अच्छी सीख है। हम अपनी गलतियों से दबाव का और बेहतर तरीके से सामना करना सीखेंगे और दूसरी टीमों की तरह टॉप पर पहुंचेंगे।