दुबई: दुनिया के बेस्ट फिनिशर की पहचान रखने वाले चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी रविवार को एक बार फिर अपने जाने पहचाने रंग में नजर आए। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ पहले क्वालीफायर मुकाबले में धोनी के धुरंधरों को जीत के लिए 173 रन बनाने का लक्ष्य मिला था। लेकिन आखिरी के ओवरों में चेन्नई ने जल्दी-जल्दी चार विकेट गंवा दिए और 19वें ओवर में धोनी को बल्लेबाजी के लिए मैदान पर आना पड़ा।
जब धोनी मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे उस वक्त चेन्नई को जीत के लिए 11 गेंद में 24 रन बनाने थे। दूसरे छोर पर उनका साथ देने के लिए 9 गेंद में 11 रन बनाकर मोईन अली थे। ऐसे में धोनी के लिए एक बार फिर अंत तक पिच पर टिककर अपनी टीम को जीत दिलाना जरूरी हो गया। आखिरी 6 गेंद में जीत के लिए चेन्नई को 13 रन बनाने थे और छक्का जड़ने की कोशिश में मोईन अली लपके गए और स्ट्राइक पर धोनी आ गए।
धोनी ने इसके बाद अपने जाने-पहचाने अंदाज में अगली तीन गेंद में मैच खत्म कर दिया। वो 6 गेंद में 18 रन बनाकर नाबाद रहे। 2 गेंद और 4 विकेट रहते चेन्नई ने जीत हासिल कर ली और रिकॉर्ड नौवीं बार आईपीएल फाइनल में एंट्री कर ली।
दिल्ली की मजबूत गेंदबाजी के खिलाफ अहम थी मेरी पारी
जीत के बाद धोनी से जब उनकी पारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मेरी पारी बेहद अहम थी क्योंकि दिल्ली का गेंदबाजी आक्रमण बेहद मजबूत है। उन्होंने स्थितियों का बहुत अच्छी तरह फायदा उठाया इसलिए हम जानते थे कि जीत हासिल करना मुश्किल होगा।'
ज्यादा सोचने से बर्बाद हो जाता है प्लान
धोनी ने आगे कहा, मैंने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है इसलिए आखिरी तक गेंद को देखना चाहता था और इस पर ध्यान था कि बॉलर क्या कर सकता है। मैं नेट्स पर अच्छी बल्लेबाजी कर रहा था इसलिए ज्यादा कुछ नहीं सोच रहा था। बल्लेबाजी के दौरान अगर आप ज्यादा सोचते हैं तो आप अपने प्लान को खुद ही खराब कर देते हैं।
नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए कई खिलाड़ी हैं तैयार
धोनी ने आगे कहा, शार्दुल ठाकुर और दीपक चाहर ने अच्छी बल्लेबाजी की है। उन्हें पहली ही गेंद से बड़े शॉट्स खेलने की छूट होती है। जैसा कि टॉप ऑर्डर के अन्य बल्लेबाजों के साथ नहीं होता है। रॉबिन उथप्पा को ऊपरी क्रम पर बल्लेबाजी करना पसंद है लेकिन नंबर तीन पर मोईन हमारे लिए अब तक उपयोगी रहे हैं। हमने ड्रेसिंग रूम में ऐसी स्थिति पैदा कर दी है कि इनमें से कोई भी खिलाड़ी नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर सकता है जो कि विरोधी टीम और परिस्थिति पर निर्भर करता है।
आखिरी ओवर तक बल्लेबाजी करना चाहते हैं रुतुराज
रुतुराज गायकवाड़ के शानदार प्रदर्शन की तारीफ करते हुए धोनी ने कहा, जब कभी मेरी और रुतुराज के बीच बात होती है तो मैं उनसे यही जानने की कोशिश करता हूं कि वो क्या सोच रहे थे। उनके खेल में सुधार देखकर अच्छा लगता है वो ऐसे खिलाड़ी हैं जो 20 ओवर तक बल्लेबाजी करना चाहते हैं।
पिछली बार के आखिरी मैचों की तर्ज पर बढ़े आगे
9वीं बार फाइनल में पहुंचने पर खुशी जताते हुए धोनी ने कहा, पिछली बार पहली बार हम प्लेऑफ तक नहीं पहुंचे थे। हम पिछली बार बचे तीन-चार मैचों की तरह फायदा उठाना चाहते थे और हमारे कई बल्लेबाजों ने उसका सदुपयोग किया। इसी वजह से हम इस बार मजबूत वापसी करने में सफल रहे हैं।