- मोईन अली को चेन्नई सुपर किंग्स ने 8 करोड़ में किया था रिटेन
- वीजा नहीं मिल पाने के कारण मोईन को भारत आने में हो रही है देरी
- 28 फरवरी को मोईन ने दिया था वीजा के लिए आवेदन
नई दिल्ली: 26 मार्च को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ उद्धाटन मैच खेलने जा रही चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स के लिए शनिवार को मुश्किल बढ़ाने वाली खबर आई। दीपक चाहर की चोट की वजह से पहले से परेशान चल रही चेन्नई को इंग्लैंड के दिग्गज ऑलराउंडर मोईन अली की सेवाएं भी देरी से मिलने की संभावना है।
साल 2021 में चेन्नई को चौथी बार चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले मोईन अली को चेन्नई ने नीलामी से पहले 8 करोड़ रुपये की राशि खर्च करके रिटेन किया था। लेकिन वीजा कारणों से उनके इंग्लैंड से भारत आने में देरी हो रही है। वो भारतीय दूतावास द्वारा वीजा देने का इंतजार कर रहे हैं।
सीएसके को है मामले का जल्दी समाधान होने का यकीन
हालांकि चेन्नई के सीईओ काशी विश्वनाथन को आशा है कि मोईन नियमित तौर पर भारत यात्रा करते रहते हैं इसलिए उन्हें वीजा मिलने में मुश्किल नहीं होगी। जल्दी ही उनका वीजा क्लियर हो जाएगा और टीम के सूरत में हो रहे अभ्यास शिविर से जुड़ सकेंगे।
28 फरवरी को मोईन ने किया था आवेदन
मोईन ने 28 फरवरी को वीजा के लिए आवेदन दिया था। लेकिन 20 से ज्यादा दिन गुजर चुके हैं और उनके हाथ में अबतक वीजा नहीं आया है। वो नियमित तौर पर भारत यात्रा करते हैं लेकिन अबतक उनके हाथ में यात्रा दस्तावेज नहीं आ सके हैं। सीएसके के सीईओ के मुताबिक, हम आशा कर रहे हैं कि वो जल्दी टीम से जुड़ेंगे। मोईन ने हमसे कहा है कि जैसे ही उनके हाथ में यात्रा दस्तावेज आएंगे वो अगली फ्लाइट से भारत रवाना हो जाएंगे।
गुजरात के सपोर्ट स्टाफ सदस्य भी फंसे
मोईन अली की तरह गुजरात टाइटन्स के कोचिंग स्टाफ में शामिल अब्दुल नईम भी यूके में फंसे हैं। नईम के साथ मिथुन मन्हास को भी टीम के साथ कोचिंग स्टाफ में शामिल किया गया है। मनहास टीम के साथ जुड़ चुके हैं और नईम भारतीय वीजा मिलने का इंतजार रह रहे हैं।
आईपीएल-14 में शानदार रहा था प्रदर्शन
आईपीएल 2021 में मोईन ने 15 मैच में 25.50 के औसत और 137.30 के स्ट्राइक रेट से 357 रन बनाए थे। वहीं इतने ही मैचों में उन्होंने 6 विकेट भी झटके थे। नंबर तीन पर बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने टीम को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका अदा की थी। वो वही काम कर रहे थे जो सालों से उनके लिए इस पोजीशन पर सुरेश रैना करते थे। ऐसे में वो टीम की अहम कड़ी पिछले सीजन में थे और इस बार भी रहेंगे। उनके अंदर गेंद और बल्ला दोनों से मैच का रुख बदलने की क्षमता है।