- दंपत्ति ने एक दलाल के माध्यम से अपने दो महीने के बच्चे को 22,000 रुपये में बेचने की कोशिश की
- सौदे की दलाली करने वाले के रूप में पहचानी गई एक अन्य महिला को भी हिरासत में ले लिया गया
- पुलिस ने बच्चे को बचाकर महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे शिशु विहार में शिफ्ट किया
नई दिल्ली:कोरोना संकट के चलते देश में लॉकडाउन लागू है और प्रवासी मजदूर हालात से परेशान होकर पलायन कर रहे हैं,वहीं गरीबी और काम की कमी के कारण हैदराबाद में एक प्रवासी दंपत्ति ने रविवार को एक दलाल के माध्यम से अपने दो महीने के बच्चे को 22,000 रुपये में बेचने की कोशिश की।
जैदीमेटला पुलिस ने उत्तर प्रदेश के दंपति मदन और सरिता को गिरफ्तार किया, जो कुछ साल पहले हैदराबाद में निर्माण मजदूर के रूप में काम करने के लिए आए थे और यहां रह रहे थे।
इस सौदे की दलाली करने वाले के रूप में पहचानी गई एक अन्य महिला को भी हिरासत में ले लिया गया। बच्चा दंपति का दूसरा बेटा था, पहला सात साल का है, पुलिस ने बच्चे को बचाकर महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा चलाए जा रहे शिशु विहार में शिफ्ट कर दिया है।
पुलिस ने शुरूआती जांच का जिक्र करते हुए बताया कि दंपति ने शनिवार रात बच्चे को कथित तौर पर बेच दिया। यह उनकी दूसरी संतान है, जिसका जन्म दो महीने पहले हुआ था। दंपति ने कुछ वित्तीय समस्या को लेकर और बच्चे के पिता की शराब की लत के चलते उसे बेचा था।
दंपति ने अपने कलेजे के टुकड़े को पड़ोस की एक महिला को बेचा
पुलिस ने बताया, 'दंपति ने बच्चे को 22,000 रुपये में पड़ोस की एक महिला को बेचा था। दंपति ने एक कागज पर भी हस्ताक्षर किया था और बच्चे को शनिवार रात महिला को सौंपा था।' महिला को रविवार को पकड़ लिया गया।
पुलिस ने बताया कि हालांकि बच्चे की मां ने पुलिस से कहा कि उसके पति को शराब की लत है और वह बच्चे को बेचे जाने के लिये जिम्मेदार है। पुलिस की एक टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर बच्चे को एक महिला के पास से बरामद किया और उसे बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया।