- यूपी के सीतापुर में एक नर्स ने की आत्महत्या की कोशिश
- ट्रेनी नर्स को समय रहते अस्पताल ले गए परिजन, फिलहाल हालत स्थिर
- अस्पताल में काम करने वाले वॉर्ड ब्वॉयज लगातार कर रहे थे नर्स से छेड़खानी
सीतापुर: कोरोना काल में जो स्वास्थ्यकर्मी दिन रात मरीजों की सेवा में जुटे हुए हैं उन्हें कई मुश्किलों से भी जूझना पड़ रहा है। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां एक ट्रेनी नर्स को अस्पताल में ही काम करने वाले संविदा कर्मियों ने इस कदर परेशान किया कि उसने आत्महत्या करने की कोशिश की। समय रहते ही परिजनों ने नर्स को अस्पताल में भर्ती करा दिया जहां फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।
युवती ने खाई नींद की कई गोलियां
खबर के मुताबिक, 25 साल की युवती ने नर्सिंग का कोर्स किया हुआ था और वह सीतापुर के एक मोहल्ले में रहती थी। युवती फिलहाल जिला अस्पताल में ट्रेनिंग कर रही थी। बुधवार को जब वह अपने घर आई तो उसने कई नींद की गोलियां खा ली जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। इससे पहले की परिजनों को कुछ पता चलता वो उसे तुरंत लेकर जिला अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया और उसकी जान को बचा लिया। फिलहाल नर्स की हालत खतरे से बाहर है।
इस तरह परेशान करते थे आरोपी
सर्किल ऑफिसर पीयूष के. सिंह ने बताया, 'नर्स ने नींद की गोलियां ले ली थी। फिलहाल उसकी हालत स्थित है। आरोपियों को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया गया है।' खबर के मुताबिक तीनों आरोपी युवती को लगातार परेशान करते थे और कभी हाथ पकड़ लेते थे तो कभी अश्लील कमेंट करते थे। जब युवती ने इस बात का विरोध किया तो वो उल्टा धमकी दने लगे, जिसके बाद परेशान होकर युवती ने यह कदम उठाया।
तीनों आरोपी वॉर्ड ब्वॉय के रूप में अस्पताल में काम करते हैं। वहीं अस्पताल प्रशासन ने इस पूरे मामले से पल्ला छाड़ लिया है। अस्पताल का कहना है कि तीनों आरोपी एनएचएम के तहत संविदा पर काम करते हैं।