नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में दिन-रात जुटे डॉक्टरों और नर्सों का सम्मान करने की अपील कर रहे हैं। वहीं, कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इन्हें प्रताड़ित करने से बाज नहीं आ रहे। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में एक डॉक्टर को परेशान करने का ऐसा ही एक मामला सामने आया है। यहां कोरोना के डर से एक महिला डॉक्टर को फ्लेट खाली करने को कहा गया। इतना ही नहीं डॉक्टर को धमकी दी गई कि अगर फ्लैंट खाली नहीं किया तो उसके साथ रेप किया जाएगा। घटना का पता चलता ही पुलिस ने सतर्कता दिखाते हुए आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया।
सोसायटी के पदाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, खण्डगिरि पुलिस ने रविवार को भुवनेश्वर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की एक जूनियर डॉक्टर को कथित तौर पर रेप की धमकी देने के आरोप में हाउसिंग सोसायटी के एक पदाधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पदाधिकारी ने फ्लैट खाली नहीं करने पर उसके साथ बलात्कार करने की धमकी दी थी। पदाधिकारी को डर था कि डॉक्टर की मौजूदगी से आसपास अन्य लोगों को कोरोनो वायरस फैल सकता है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अनूप कुमार साहू ने कहा, 'हमने हाउसिंग सोसायटी के पदाधिकारी के खिलाफ आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया है और डॉक्टर के आरोपों की जांच कर रहे हैं।'
'नर्स से खाली करवाया मकान'
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में हाल ही में कोरोना के डर से एक नर्स से मकान खाली करवाने का मामला सामने आया था। पुलिस ने इस मामले में नगर निगम के पार्षद के खिलाफ केस दर्ज किया। कांग्रेस पार्टी के पार्षद सीताराम जायसवाल पर आरोप है कि उसने कोरोना वायरस से संक्रमण के डर के कारण नर्स पर मकान खाली करने का दबाव बनाया था। मकान मालिक पार्षद ने हालांकि इस आरोप से इंकार करते हुए कहा है कि नर्स से स्वयं मकान खाली किया है।
पुलिस ने पार्षद के खिलाफ मामला एक निजी अस्पताल के डॉक्टर की शिकायत पर दर्ज किया है। डॉक्टर उस अस्पताल के मालिक भी हैं। उन्होंने बताया कि डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत की थी कि जायसवाल ने नर्स को यह कहते हुए धमकाया था कि अस्पताल में काम करने वाले लोगों से वायरस का संक्रमण फैल सकता है। जायसवाल ने नर्स को मकान खाली करने के लिए एक दिन का समय दिया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डॉक्टर की शिकायत के बाद पुलिस ने पार्षद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।