अलवर गैंगरेप मामले में पुलिस और प्रशासन रेप की बात से इनकार कर रहे हैं। लेकिन पीड़ित की मां और बहन ने इसे मामले को दबाने की कोशिश बताया है। पीड़िता की बहन और मां के मुताबिक अगर रेप नहीं हुआ तो बच्ची को गंभीर चोटें कैसे आईं, पीड़ित की बहन और मां का आरोप है कि पुलिस-प्रशासन मामले में बार बार अपना बयान बदल रहे हैं। पीड़िता की बहन के मुताबिक, एसपी तेजस्वनी गौतम रेप की बात कह रही थी, बाद में अचानक हादसा बताने लगीं। पीड़ित परिवार ने अब इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
पीड़ित की बहन ने क्या आरोप लगाए हैं:
- मेरी बहन के साथ बहुत बुरा हुआ
- पुलिस पहले रेप फिर हादसा क्यों बता रही?
- मिनट-मिनट पर पुलिस बात बदल रही है
- एसपी पहले कह रही थीं बड़ा गंदा काम हुआ
- बाद में एसपी इसे हादसा बताने लगीं
- एसपी से हाथ जोड़कर न्याय मांगा था
- CBI जांच हो, हमें इंसाफ मिले
वहीं बीजेपी सांसद दिया कुमारी ने अलवर केस की सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कहा है कि मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। सीएम गहलोत ने इस मामले में पीड़ित परिवार की मांग पर सीबीआई या किसी भी एजेंसी से जांच कराने की बात कही है। गहलोत ने ट्वीट किया कि अगर पीड़ित परिवार चाहे तो वो क्राइम ब्रांच, SOG या CBI जांच की मांग कर सकते हैं। साथ ही इस मामले पर सरकार की घेराबंदी कर रही बीजेपी पर भी गहलोत ने हमला किया। गहलोत ने कहा कि, बीजेपी इस मामले पर सियासी रोटी सेक रही है और सरकार के खिलाफ घिनौना प्रचार कर रही है।
इसके अलावा बीजेपी नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने अलवर गैंगरेप पीड़ित की मां से फोन पर बात की। इस दौरान जब सिरसा ने पीड़िता की मां से पुलिस की भूमिका पर सवाल किए, तो पीड़िता की मां ने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें धमका रही है।
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