- अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि की मौत की जांच CBI ने संभाली
- सीबीआई ने जांच के लिए गठित की टीम, यूपी पुलिस से मांगे सभी दस्तावेज
- नरेंद्र गिरी की कथित आत्महत्या को लेकर उठ रहे हैं कई सवाल
प्रय़ागराज: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने महंत नरेंद्र गिरि मौत की जांच अपने हाथ में ले ली है। सीबीआई ने इसकी जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन करते हुए केस टेकओवर कर लिया है और यूपी पुलिस से सारे दस्तावेज मांगे हैं। सीबीआई अब सभी आरोपियों की कस्टडी भी मांगेगी। वहीं यूपी पुलिस की SIT भी बाघंबरी मठ पहुंची है। लखनऊ सीबीआई टीम की मदद के साथ सीबीआई मुख्यालय की विशेष अपराध शाखा इस मामले की जांच करेगी।
गुरुवार को जारी हुई थी अधिसूचना
आपको बता दें कि भारत में साधुओं के सबसे बड़े संगठन के अध्यक्ष रहे संत नरेंद्र गिरी का शव सोमवार को इलाहाबाद के बाघंबरी मठ में उनके शिष्यों को फांसी से लटका मिला था। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुरोध के बाद गुरुवार को ही कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने महंत की मौत के मामले की सीबीआई जांच के संबंध में एक अधिसूचना जारी कर दी थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंगलवार को संत की मौत की जांच के लिए 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था और हरिद्वार में उनके एक शिष्य को हिरासत में लिया था।
तीन आरोपी हिरासत में
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की कथित आत्महत्या के मामले में अदालत ने बुधवार को दो आरोपियों-आनंद गिरि और आद्या प्रसाद तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था और गुरुवार को तीसरे आरोपी संदीप तिवारी को को पुलिस सुरक्षा में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे भी 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। बृहस्पतिवार को अदालत में जांच अधिकारी महेश सिंह द्वारा साक्ष्य के तौर पर मृतक के दो मोबाइल फोन, मौत से पूर्व महंत नरेंद्र गिरि द्वारा बनाया गया वीडियो, नायलान की रस्सी, चाकू, सात पेज का सुसाइड नोट, पांच अन्य मोबाइल फोन और एक पेन ड्राइव प्रस्तुत किया गया।