लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में सीबीआई जांच की सिफारिश की है। गृह विभाग ने बताया कि प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी जी की दुखद मृत्यु से जुड़े प्रकरण की मुख्यमंत्री जी के आदेश पर सीबीआई से जांच कराने की संस्तुति की गई।
गौरतलब है कि महंत नरेंद्र गिरी ने 20 सितंबर को कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी। नरेंद्र गिरि का शव उनके मठ के कमरे से मिला था। नरेंद्र गिरी का सुसाइड नोट भी पुलिस ने बरामद किया था। इस मामले में आरोपी आनंद गिरी और आद्या प्रसाद तिवारी को बुधवार को स्थानीय अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। महंत नरेंद्र गिरी के शिष्य आनंद गिरि पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है।
अदालत में जांच अधिकारी महेश सिंह द्वारा साक्ष्य के तौर पर दिवंगत महंत के दो मोबाइल फोन, मरने से पूर्व महंत नरेंद्र गिरी द्वारा बनाया वीडियो, नायलॉन की रस्सी, चाकू, सात पन्नों का सुसाइड नोट प्रस्तुत किया गया। मामले की अगली सुनवाई के लिए पांच अक्टूबर की तारीख तय की गई है।
इसके अलावा अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि जी महाराज ने कहा कि महंत नरेंद्र गिरी की मृत्यु के मामले की आंतरिक जांच अखाड़ा परिषद भी करेगी। इसके लिए अखाड़े के लोगों को गुप्त रूप से नियुक्त किया जाएगा। महंत हरि गिरी ने कहा कि यहां (अखाड़े में) कुछ लोग पक्ष में होते हैं, कुछ लोग विपक्ष में होते हैं। कुछ लोग सत्ता के साथ होते हैं, कुछ लोग सत्ता के विरोध में। हमारा लक्ष्य है कि अपराधी गिरफ्तार हो।
(भाषा के इनपुट के साथ)