- सोमवार को कॉलेज से आते समय हुई निकिता तोमर की हत्या
- पुलिस ने आरोपी तौसीफ को गिरफ्तार किया, सहयोगी भी अरेस्ट
- हत्या में इस्तेमाल कार दिल्ली की, पुलिस ने कार मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया
फरीदाबाद : बल्लभगढ़ में सोमवार को हुई निकिता तोमर की हत्या मामले में नई बातें सामने आई हैं। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने निकिता की हत्या में इस्तेमाल हथियार को बरामद कर लिया है। जानकारी के मुताबिक आरोपी तौसीफ ने देसी कट्टा से निकिता को गोली मारी। एसआईटी ने इस कट्टे को बरामद कर लिया है। इसके अलावा आरोपी तौसीफ जिस कार से निकिता का अपहरण करना चाहता था, उस कार के बारे में पता चल गया है। यह कार दिल्ली की बताई जा रही है। कार का रजिस्ट्रेशन दिल्ली के एक व्यक्ति के नाम पर है। पुलिस ने कार के मालिक को पूछताछ के लिए बुलाया है। निकिता की हत्या को लेकर परिजनों एवं स्थानीय लोगों में आक्रोश है। इस बीच, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने इस घटना के बाद सरकार से एक सख्त कानून बनाने की मांग की है।
सोमवार को बल्लभगढ़ में हुई हत्या
बल्लभगढ़ में दिनदहाड़े हुई हत्या की इस वारदात से पूरा देश सहम गया है। बीकॉम की तृतीय वर्ष की 20 साल की छात्रा निकिता की हत्या उस समय कर दी गई जब वह पेपर देने के बाद कॉलेज से वापस घर आ रही थी। आरोपी तौसीफ कॉलेज के बाहर निकिता का इंतजार कर रहा था। निकिता के वहां पहुंचने पर तौसीफ ने उसे जबरन कार में बिठाने की कोशिश की लेकिन निकिता जब इसके लिए तैयार नहीं हुई और विरोध किया तो आरोपी ने उसे करीब से गोली मार दी। इस घटना के वक्त तौसीफ का साथी रेहान कार में मौजूद था। घटना को अंजाम देने के बाद तौसीफ वहां से फरार हो गया।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया
मामला सामने आने पर हरियाणा पुलिस सक्रिय हो गई। दोनों आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें बनाई गईं और करीब पांच घंटे की मशक्कत के बाद तौसीफ पकड़ा गया। बाद में उसके दोस्त रेहान की भी गिरफ्तारी हुई। पुलिस दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सूत्रों के मुताबिक तौसीफ ने पूछताछ में बताया है कि निकिता की शादी किसी और से होने जा रही थी और यह बात उसे पसंद नहीं थी। इसके अलावा निकिता की वजह से ही 2018 में उसकी गिरफ्तारी हुई थी जिसका वह बदला लेना चाहता था।
पीड़ित परिवार ने 'लव जिहाद' का मामला बताया
वहीं, निकिता के पिता और भाई ने इसे 'लव जिहाद' का मामला बताया है। परिजनों का आरोप है कि तौसीफ ने साल 2018 में भी उनकी बेटी का अपहरण किया था। पुलिस का कहना है कि 2018 के अपहरण मामले में पुलिस में केस दर्ज हुआ था लेकिन दोनों परिवारों के बीच समझौता हो जाने के बाद केस रफा-दफा हो गया। तौसीफ राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके दादा मेवात के नामी नेता रहे हैं जबकि चाचा कांग्रेस के टिकट पर विधायक हैं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। फरीदाबाद के सांसद कृष्ण पाल गुर्जर ने बुधवार को पीड़ित परिवार से मुलाकात की।