- गत गुरुवार की रात बिकरू गांव में दबिश डालने गई पुलिस की टीम पर हुआ हमला
- हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने हथियारों से पुलिस टीम पर किया भीषण हमला
- मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मियों की मौत हुई, घटना के बाद से फरार है आरोपी विकास दुबे
कानपुर : कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की बेदर्दी से हत्या करने वाले आरोपी विकास दुबे पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए फरार चल रहे विकास की बहु, पड़ोसी और एक घरेलू नौकरानी को गिरफ्तार किया है। नौकरानी पर आरोप है कि घटना वाली गुरुवार की रात वह विकास को मदद पहुंचा रही थी। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक तीनों की पहचान शमा, सुरेश वर्मा और रेखा के रूप में हुई है। इस मामले में पुलिस पहले कुछ गिरफ्तारियां कर चुकी है। विकास अभी हत्थे नहीं चढ़ा है उसे दबोचने के लिए पुलिस की टीमें छापे मार रही हैं।
विकास और उसके गुर्गों के साथ इनकी मिलीभगत
पुलिस के मुताबिक इन तीनों की विकास और उसके गुर्गों के साथ मिलीभगत है। खासकर कानपुर देहात के बिकरू गांव में हिंसा की साजिश में ये तीनों शामिल थे। पुलिस का कहना है कि मुठभेड़ के दौरान ये तीनों पुलिसकर्मियों के लोकेशन की जानकारी दुबे तक पहुंचा रहे थे। पुलिस का कहना है कि शूटआउट के दौरान उनका एक साथी जब अपनी जान बचाने के लिए दुबे की बहु शमा के घर का दरवाजा पीट रहा था तो उसने गेट नहीं खोला। घंटो तक चली मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों की निर्दयतापूर्वक हत्या की गई।
फरार है विकास
उत्तर प्रदेश की पुलिस तीन जुलाई की रात दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर पर दबिश देने गई लेकिन इस रेड की जानकारी दुबे को पहले हो गई। पुलिस दल को निशाना बनाने के लिए विकास ने अपने करीब 40 से 50 गुर्गों को इकट्ठा किया और पुलिस टीम के वहां पहुंचते ही उन पर हमला कर दिया। इस हमले में आठ पुलिसकर्मियों की मौत हुई। इनमें तीन अधिकारी भी शामिल हैं। इस घटना के बाद विकास फरार है और उसकी तलाश में 40 थानों की 25 टीमें लगी हैं। विकास के बारे में जानकारी देने के लिए उसके सिर पर ढाई लाख रुपए का इनाम भी घोषित है।
दरोगा ने की मुखबिरी!
बताया जा रहा है कि पुलिस की दबिश की जानकारी विकास दुबे को पहले हो गई थी। बताया जा रहा है कि चौबेपुर थाने के ही एक दारोगा ने विकास दुबे को फोन किया था। पुलिस को संदेह दरोगा और कुछ अन्य पुलिसकर्मियों पर है। पुलिस ने संदिग्ध पुलिसकर्मियों की सीडीआर की जांच की है। इसके बाद कुछ पुलिसकर्मी रडार पर आ गए हैं। विकास को पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापे मार रही हैं लेकिन वह अभी पकड़ से दूर है। आरोपी विकास के बारे में सुराग पाने के लिए पुलिस ने उसके सिर पर घोषित इनाम की राशि 50 हजार रुपए से बढ़ाकर ढाई लाख रुपए कर दी है।
सीएम ने दिया कड़ी कार्रवाई का आदेश
पुलिस ने टोल प्लॉजा सहित राज्य में कई जगहों पर उसके पोस्टर लगवाए हैं। पुलिस को आशंका है वह दूसरे राज्य में भाग सकता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में कठोर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। राज्य सरकार ने पुलिसकर्मियों के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवाज, सरकारी नौकरी और असाधारण पेंशन देने की घोषणा की है। इस घटना ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है। खुद यूपी पुलिस इस घटना को लेकर सकते में है।