इस्लामाबाद : पाकिस्तान से एक रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात सामने आई है, जहां एक शख्स ने मामूली सी बात पर नाराज होकर पत्नी की कथित तौर पर हत्या कर दी और उसके शव के कई टुकड़े कर तंदूर में जला दिया। उसकी नाराजगी इस बात को लेकर थी कि बेटी उससे पूछे बगैर ही दुकान से पैसे ले आई थी। इसी बात को लेकर वह पत्नी से उलझ गया और बात इतनी बढ़ी कि उसने हैवानियत की सारी हदें पार कर दी।
यह घटना पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के लोधरन जिले की बताई जा रही है। आरोपी की पहचान मोहम्मद शरीफ के तौर पर की गई है, जिसकी इलाके में एक दुकान थी। 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 12 साल पहले उसका इशरत से निकाह हुआ था। बेटी हलिमा सादिया ने दुकान से कुछ पैसे उससे पूछे बगैर ले लिए थे, क्योंकि वह कुछ खाने की चीज खरीदना चाहती थी।
हत्या की खौफनाक वारदात
रिपोर्ट के मुताबिक, शरीफ को जैसे ही इसका पता चला, वह भड़क गया और पत्नी इशरत से उलझ गया। दोनों के बीच इस बात को लेकर खूब बहस हुई। 14 जून को जब शरीफ के तीन बच्चे एक मदरसे से घर लौटे, तो उसने इशरत के बीमार होने की बात कहकर उन्हें उनके नाना-नानी के घर भेज दिया। इसके बाद आरोपी ने बिस्तर पर बैठी इशरत की गर्दन पर आइस पिक से वार कर उसकी जान ले ली।
बताया जा रहा है कि चीख-पुकार सुनकर जब कुछ लोग वहां पहुंचे तो शरीफ ने यह कहकर उन्हें वहां से भगा दिया कि यह उसका 'घरेलू मामला' है। अब उसकी समस्या शव को ठिकाने लगाने की थी। जब उसने देखा कि वह शव को बाहर ले जाकर ठिकाने लगाने की स्थिति में नहीं है तो उसने कथित तौर पर उसके कई टुकड़े कर डाले और उन्हें तंदूर में भून डाला। बाद में उसने शव के जले हुए टुकड़ों को पास की ही एक नहर में बहा दिया।
आरोपी ने कबूला जुर्म
शक गहराया तो पड़ोसियों ने इशरत के पिता को जानकारी दी। उन्होंने जब अपनी बेटी को लेकर दामाद से पूछताछ की तो उसने बताया कि वह घर छोड़कर चली गई है। इशरत का पता लगाने के लिए उन्होंने कम्युनिटी पंचायत बुलाई, जिसमें आरोपी ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद मामला पुलिस में पहुंचा। पुलिस ने शरीफ को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।