नोएडा: उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में पुलिस ने एक अवैध लग्जरी बार का भंडाफोड़ किया है जिसका संचालन कथित रूप से गुप्त तरीके से एवं मुख्य तौर पर भारत में रह रहे चीनी नागरिकों के लिए किया जाता था। यह जानकारी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घरबारा गांव स्थित तीन मंजिला इस इमारत का मंगलवार रात पता लगाया गया। अधिकारी ने बताया कि इसके आंतरिक हिस्से में पारंपरिक चीनी शैली में डिजाइन बनाये गए थे। अधिकारी के अनुसार यह कार्रवाई एक चीनी नागरिक की गिरफ्तारी के बाद हुई है जो 2020 से अवैध रूप से भारत में रह रहा था।
जांच के बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि इमारत में सब कुछ चीनी शैली में डिजाइन किया गया था। इसके बार और रेस्तरां में चीजों के नाम चीनी लिपि में लिखे थे और कहीं भी हिंदी या अंग्रेजी का कोई उल्लेख नहीं था। ऐसा संदेह है कि मादक द्रव्यों के सेवन जैसी अवैध गतिविधियां भी वहां जारी थीं। तीन मंजिला इमारत में ज्यादातर चीनी नागरिक आगंतुक और मेहमान होते थे। भारतीयों में पूर्वोत्तर के कुछ लोग भी इस जगह पर आते थे जो ग्रेटर नोएडा के इस गांव में गुपचुप तरीके से चलाई जा रही थी। मौके से कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। हालांकि पुलिस ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच केंद्र सरकार की एजेंसियों के इसमें शामिल होने के साथ ही विस्तृत हो गई है।
संपर्क करने पर गौतम बुद्ध नगर के आबकारी विभाग के अधिकारियों ने पीटीआई-भाषा से इसकी पुष्टि की कि इस बार के पास शराब परोसने का कोई लाइसेंस नहीं है। आबकारी विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने कभी-कभार पार्टी लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, लेकिन वह अतीत की बात है। हाल के दिनों में उनके द्वारा कोई लाइसेंस परमिट नहीं मांगा गया था।
चीनी नागरिक शूई फेई उर्फ केलय (36) और उसकी भारतीय प्रेमिका एवं नगालैंड की रहने वाली 22 वर्षीय पेटेख्रीनुओ को सोमवार को उत्तर प्रदेश की गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने हरियाणा के गुरुग्राम के एक होटल से गिरफ्तार किया था। पुलिस ने कहा कि दोनों को दो चीनी नागरिकों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पकड़ा गया था, जिन्हें पिछले हफ्ते बिहार में नेपाल-भारत सीमा पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) द्वारा गिरफ्तार किया गया था। दोनों चीनी नागरिकों को उस समय पकड़ा गया था जब वे भारत में अवैध रूप से रहने के बाद नेपाल में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे थे। जांच के दौरान इन दोनों चीनी नागरिकों ने बिहार के सीतामढ़ी जिले में पुलिस को सूचित किया था कि वे ग्रेटर नोएडा में एक दोस्त के साथ भारत में रह रहे थे, जिसके बाद मामले में तलाशी अभियान चलाया गया और जांच की जा रही है।
अधिकारियों के अनुसार, शूई फेई और पेटेख्रीनुओ ग्रेटर नोएडा में एक हाउसिंग सोसाइटी में रह रहे थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है, तो वे गुरुग्राम भाग गए थे। इससे पहले पुलिस ने शूई फेई के कब्जे से जाली दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और एक भारतीय पासपोर्ट बरामद किया था। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उसने और उसकी भारतीय प्रेमिका ने पुलिस को बताया था कि वे गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में मोबाइल फोन के कलपुर्जे का कारोबार करते हैं, लेकिन उनका दावा झूठा निकला। पुलिस उपायुक्त (ग्रेटर नोएडा) मीनाक्षी कात्यायन ने कहा कि जो अपराध सामने आए हैं उनमें विदेशी भी शामिल हैं और अपराध की प्रकृति बहुत गंभीर हैं। मामले में गहन जांच की जा रही है। केंद्रीय जांच एजेंसियों को भी सूचित कर दिया गया है और हम मामले की जड़ तक पहुंचने के लिए उनके साथ समन्वय कर रहे हैं। कात्यायन ने कहा कि शूई फेई और पेटेख्रीनुओ, दोनों वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं लेकिन पुलिस जल्द ही पूछताछ के लिए उनकी हिरासत मांगेगी।