- एनसीआरबी ने जारी किया 2020 में हुए अपराधों का डेटा
- राजस्थान बलात्कार के मामलों में पूरे देश में पहले स्थान में
- हत्या के मामलों में उत्तर प्रदेश का स्थान देश में नंबर 1
नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB)के मुताबिक पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के कुल 3,71,503 मामले दर्ज किए गए। देश में औसतन हर दिन रेप के 77 मामले दर्ज किए गए और इनमें राजस्थान पहले नंबर तथा उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, राजस्थान में 2020 में भारत में सबसे अधिक बलात्कार के मामले (5310) दर्ज किए, इसके बाद उत्तर प्रदेश में 2769 मामले, मध्य प्रदेश में 2339 मामले, और महाराष्ट्र 2061 मामले दर्ज किए गए हैं। एनसीआरबी ने कहा कि पिछले साल पूरे देश में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के कुल 3,71,503 मामले दर्ज किए गए जो 2019 में 4,05,326 थे और 2018 में 3,78,236 थे।
महिलाओं के खिलाफ बढ़े अपराध
एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2020 में महिलाओं के विरूद्ध अपराध के मामलों में से 28,046 बलात्कार की घटनाएं थी जिनमें 28,153 पीड़िताएं हैं। पिछले साल कोविड-19 के कारण लॉकडाउन लगाया गया था। उसने बताया कि कुल पीड़िताओं में से 25,498 वयस्क और 2,655 नाबालिग हैं। एनसीआरबी के गत वर्षों के आंकड़ों के मुताबिक, 2019 में बलात्कार के 32,033, 2018 में 33,356, 2017 में 32,559 और 2016 में 38,947 मामले थे।
अनुसूचित जातियों के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी
एनसीआरबी के डेटा के अनुसार, 'अनुसूचित जातियों (एससी) के खिलाफ अपराधों की संख्या में 2020 में 9.4% बढ़ोतरी हुई है जो 2020 में बढ़कर 50,291 हो गई जबकि 2019 में इन मामलों की संख्या 45,961 थी। अनुसूचित जनजातियों (एसटी) के खिलाफ अपराधों की संख्या 2020 में 7,570 से अधिक रही और इन मामलों में गत वर्ष की तुलना में 9.3% (8,272 मामले) की वृद्धि देखी गई।'
हत्या के मामलों में यूपी नंबर 1
ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, भारत में 2020 में प्रतिदिन औसतन 80 हत्याएं हुईं और कुल 29,193 लोगों का कत्ल किया गया । इस मामले में राज्यों की सूची में उत्तर प्रदेश अव्वल स्थान पर है। आंकड़ों के अनुसार, 2020 में उत्तर प्रदेश में हत्या के 3779 मामले दर्ज किए गए। इसके बाद बिहार में हत्या के 3,150, महाराष्ट्र में 2,163, मध्य प्रदेश में 2,101 और पश्चिम बंगाल में 1,948 मामले दर्ज किए गए। ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2020 में कुल 66,01,285 संज्ञेय अपराध दर्ज किये गए जिसमें भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत 42,54,356 मामले और विशेष एवं स्थानीय कानून (एसएलएल) के तहत 23,46,929 मामले दर्ज किये गए। अपहरण के मामलों में 2019 की तुलना में 2020 में 19 प्रतिशत की कमी आई है। 2020 में अपहरण के 84,805 मामले दर्ज किए गए जबकि 2019 में 1,05,036 मामले दर्ज किए गए थे।