नई दिल्ली : स्कूल में बच्चों को यौन शोषण करने के आरोपी स्वयंभू शिव शंकर बाबा को तमिलनाडु की सीबीसीआईडी ने बुधवार को दिल्ली में गिरफ्तार किया। सुशील हरि इंटरनेशनल स्कूल के संस्थापक बाबा पर स्कूल के नाबालिग बच्चों, छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। बाबा पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज है। चेन्नई के प्रतिष्ठित स्कूल के कई पूर्व छात्राओं ने उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। ममल्लापुरम ऑल वीमेन पुलिस ने बाबा के खिलाफ तीन केस दर्ज किए थे। इसके बाद यह केस सीबी-सीआईडी के हवाले कर दिया गया है।
कई छात्रों ने बाबा के खिलाफ दिया है बयान
स्कूल के कई छात्राओं ने बाबा के खिलाफ बयान दिया है। इसके पहले तमिलनाडु बाल अधिकार संरक्षण आयोग (टीएनसीपीसीआर) ने मामले में पूछताछ के लिए बाबा और स्कूल के प्रिंसिपल, हेडमास्टर, तीन अन्य अध्यापकों एवं उनके सहयोगियों को बुलाया था लेकिन बाबा उपस्थित नहीं हुए जिसके बाद आयोग ने स्कूल का दौरा किया।
आयोग ने स्कूल का दौरा किया
रिपोर्टों के मुताबिक आयोग की चेयरपर्सन सरस्वती रंगासामी ने कहा, 'हम जांच करने के लिए स्कूल आए। हमें बताया गया कि स्कूल के प्रिंसिपल कोरोना से संक्रमित हैं इसलिए वह आयोग के समक्ष पेश नहीं हो सकते। हमें उनका चिकित्सा प्रमाणपत्र दिया गया। दौरे के समय स्कूल के कानूनी सलाहकार नागराजन मौजूद थे। बाबा की ओर से जानकी प्रसाद नाम का एक व्यक्ति पेश हुआ। हमें बताया गया कि बाबा को दिल का दौरा पड़ा है और उनका इलाज देहरादून में किया जा रहा है।'
बाबा के खिलाफ एक-एक कर छात्राएं सामने आईं
स्कूल में यह मामला तब सामने आया जब स्कूल की पूर्व एवं वर्तमान छात्राओं ने यौन उत्पीड़न की शिकायत की। छात्राओं की शिकायत पर स्कूल का एक शिक्षक गिरफ्तार हुआ। इसके बाद एक-एक करके कई छात्राएं सामने आईं और बताया कि कैसे स्कूल में उनका यौन उत्पीड़न हुआ। छात्राओं का कहना है कि बाबा उन्हें कमरे में बुलाते थे और उन्हें नशीला पदार्थ देकर उनका यौन उत्पीड़न करते थे।