- दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने सोनू पंजाबन को 24 साल की सजा सुनाई है
- 12 साल की एक नाबालिग लड़की का अपहरण, देह व्यापार मामले में दोषी ठहराया है
- सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है और वह रोहतक की रहने वाली है
नई दिल्ली: सोनू पंजाबन (Sonu Punjaban) ऐसा नाम जो अपराध की दुनिया में बेहद कुख्यात है वो देह व्यापार (Prostitution) मामले में बेहद चर्चित है,उसी सोनू पंजाबन पर कड़ी कार्रवाई हुई है,दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने सोनू पंजाबन को 24 साल की सजा सुनाई है वहीं उसके सहयोगी संदीप बेदवाल को 20 साल की सजा सुनाई गई है।
सोनू पंजाबन को पोस्को कोर्ट ने सजा सुनाई है, सोनू पंजाबन को एक मामले में 14 और दूसरे में 10 साल, कुल 24 साल की सजा मिली है,द्वारका पोस्को कोर्ट ने दोनों को 12 साल की एक नाबालिग लड़की का अपहरण, देह व्यापार और मानव तस्करी के मामले में दोषी ठहराया है ये मामला दिल्ली के हरीश विहार थाने का बताया जा रहा है।
सोनू पंजाबन के साथ एक और दोषी संदीप बेदवाल को भी द्वारका कोर्ट ने रेप, अपहरण और मानव तस्करी के मामले में 20 साल की सजा सुनाई है। लड़की के पिता की तरफ से द्वारका कोर्ट में पेश बर्थ सर्टिफिकेट के अनुसार पीड़ित की जन्म तिथि 9 नवंबर 1996 थी मतलब की जब ये घटना हुई उस वक्त उसकी उम्र करीब 12 साल थी, एफआईआर के मुताबिक 11 सितंबर 2009 को पीड़ित लड़की का अपहरण किया गया था।
लंबे समय से देह व्यापार में लिप्त बेहद शातिर है सोनू पंजाबन
नजफगढ़ के रहने वाले एक परिवार ने सोनू पंजाबन पर उनकी की बेटी का अपहरण कर उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था। पीड़ित लड़की ने अपने बयान में बताया था कि सोनू पंजाबन ने उसे ड्रग्स दिया और देह व्यापार के धंधे में इस्तेमाल करती थी, सोनू पंजाबन लगातार उसका सौदा करती रही और उसका उत्पीड़न होता रहा।
गौरतलब है कि सोनू पंजाबन का असली नाम गीता अरोड़ा है और वह रोहतक की रहने वाली है, बताते हैं कि सोनू पंजाबन ने दिल्ली में आकर ब्यूटी पार्लर खोला था लेकिन पैसे की भूख में फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने वाली पंजाबन सेक्स रैकेट के धंधे में आ गई और ब्यूटी पार्लर चलाते हुए एक सेक्स रैकेट तैयार किया और बाद में इस धंधे में गहरी पैठ बना ली।