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Mukhtar Ansari: बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे के घर से 4 हजार से ज्यादा कारतूस और कई बंदूकें बरामद

Updated Oct 18, 2019 | 08:09 IST | टाइम्स नाउ डिजिटल

Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के बेटे के घर से यूपी पुलिस ने बड़ी मात्रा में अवैध हथियार और कारतूस बरामद किए हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspANI
बाहुबली नेता के बेटे के घर से हथियार बरामद
मुख्य बातें
  • यूपी के बाहुबली मुख्तार अंसारी के बेटे के घर से बड़ी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद
  • अब्बास अंसारी के घर से कई विदेशी बंदूकें और 4 हजार से ज्यादा कारतूस बरामद
  • एक लाइसेंस पर कई बंदूकें खरीदने का है आरोप

नई दिल्ली : लखनऊ पुलिस ने गुरुवार को बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के बेटे के घर से बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। बाहुबली और गैंग्स्टर नेता मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी के घर से पुलिस ने गुरुवार को 6 बंदूक और 4,431 कारतूस बरामद किए। 

अब्बास के उपर एक लाइसेंस पर छह बंदूक खरीदने का आरोप था। जानकारी मिलने पर लखनऊ पुलिस की एक टीम सर्च वारंट के साथ गुरुवार को अब्बास अंसारी के घर पहुंची और हथियार कारतूस बरामद किए। इसके अलावा कई अन्य प्रकार के संदिग्ध उपकरण भी बरामद किए गए। पुलिस ने आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 और 30 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

यूपी पुलिस ने प्रेस नोट जारी कर हथियार बरामदगी के बारे में विस्तार से बताया है। पुलिस ने बताया कि इटली से लाई गई एक विदेशी 12 बोर की डबल बैरल बरामद की गई है। 

इसके अलावा स्लोवेनिया से लाई गई 12 बोर सिंगल बैरल गन, इंडियन आर्म्स कॉर्प लखनऊ से खरीदी हुई 300 बोर रायफल। राजधानी दिल्ली से खरीदी हुई 12 बोर डबल बैरल गन, शस्त्रागार मेरठ से खरीदी गई 357 बोर रिवॉल्वर Ruger, GP100।
स्लोवेनिया से आयातित की गई रायफल स्पेशल बैरल क्रमश: 223 बोर, 375 बोरप, 300 बोर, 30 बोर, 30-06 बोर, 308 बोर व 458 बोर। 

ऑस्ट्रिया से खरीदी हुई पिस्टल बैरल 380 ऑटो बोर ग्लॉक 25। एक अन्य पिस्टल बैरल 40 बोर की। अन्य पिस्टल बैरल 22 बोर की। ऑस्ट्रिया से लाई गई एक अदद मैगजीन 40 बोर और एक 380 बोर। ऑस्ट्रिया से ही लाई गई एक लोडर। अलग-अलग बोर के 4431 कारतूस।

यूपी पुलिस के मुताबिक मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी ने 2012 में डबल बैरल के बंदूक का लाइसेंस प्राप्त किया था और फिर उसी एक लाइसेंस पर उसने कई बंदक खरीदे। ये सारी गतिविधियों को वह पुलिस जानकारी दिए बिना ही कर रहा था। 
बाद में वह दिल्ली आकर बस गया और पुराने पते से लाइसेंस को नए पते पर ट्रांसफर कर लिया।

पुलिस इसी पर सवाल उठा रही है कि बिना हमारी जानकारी के लाइसेंस का ट्रांसफर कैसे कर लिया गया। इन्हीं सारे संदिग्ध सवालों के जवाब जानने के लिए यूपी पुलिस सूचना के आधार पर कई स्थानों पर छापेमारी अभियान चलाने जा रही है।