- आर्यन केस में गवाह केपी गोसावी को पुणे ने किया गिरफ्तार
- चिन्मय देशमुख और गोसावी को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ कर रही है पुलिस
- गोसावी ने पहले वीडियो जारी कर प्रभाकर सेल के दावों पर खड़े किए थे सवाल
मुंबई: टाइम्स नाऊ नवभारत खबर दिखाता है तो उसका असर भी होता है। आर्यन खान से जुड़ी खबरों के एक के बाद एक हमने आपको सबसे पहले दिखाया था और उसका लगातार असर दिखाई दे रहा है। आर्यन केस में एनसीबी के एक गवाह किरन गोसावी को पुणे में गिरफ्तार किया गया है। गोसावी की गिरफ्तारी हमारी उस खबर के बाद हुआ है जिसमें हमने आपको दिखाया था कि प्रभाकर सेल ने गोसावी पर आर्यन केस में करोड़ों के लेन देने का आरोप लगाया लेकिन गोसावी को पुणे में एक धोखाधडी़ के गेस में गिरफ्तार किया गय। इसी खबर का असर है कि एनसीपी के अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस की जांच शुरू हो गई है।
कराया मेडिकल
पुणे में गिरफ्तार गोसावी का मेडिकल कराया गया और अब से थोड़ी देर बाद उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। गोसावी को आज सुबह ही पुणे से गिरफ्तार किया गया। गोसावी पर धाखाधड़ी और नौकरी का झांसा देकर वसूली करने का आरोप है। पुणे पुलिस के मुताबिक गोसावी सचिन पाटिल नाम से छुपा हुआ था और खुद को ED का अधिकारी भी बताता था। इतना ही नहीं एक्सपोर्ट और इम्पोर्ट का बिजनेस करे का भी दावा करता था।
आमने सामने बैठाकर पूछताछ
इससे पहले गोसावी के खिलाफ गवाह नंबर 1 चिन्मय देशमुख और गोसावी की आमने सामने बैठाकर काफी देर तक पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद गोसावी को मेडिकल के लिए अस्पताल ले जाया गया। चिन्मय देशमुख वो शख्स है जिसने गोसावी पर 3 लाख रुपये लेकर मलेशिया में नौकरी देने का झांसा देने का आरोप लगाया है। मामला 2018 का है और पुणे के परसखाना थाने में इससे जुड़ी हुई एक FIR दर्ज है। इस मामले में गोसावी की सहयोगी शेरबानो कुरैशी पहले ही गिरफ्तार है और गोसावी के खिलाफ भी आउट लुक नोटिस जारी हुआ था।