दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर सभी स्वतंत्रता सेनानियों की याद आती है, किसी भी सैनानी के शौर्य और योगदान को कम नहीं आंका जा सकता। लेकिन दो स्वतंत्रता सैनानी ऐसे है जिनसे में सबसे ज़्यादा प्रभावित हूं। ये दोनों हीरे की तरह चमकते हैं. एक है बाबा भीमराव अंबेडकर और दूसरे है शहीदे आजम भगत सिंह। दोनों के रास्ते अलग थे लेकिन मंज़िल और सपने एक थे। बाबा साहेब ने बहुत संघर्ष किया। आइंस्टाइन ने गांधी जी से कहा था कि आने वाली पीढ़ियाँ यक़ीन नहीं करेगी ऐसा व्यक्ति हार्ड मास में इस तरह पृथ्वी पर चला था. जितनी बार भी मैं अंबेडकर को पढ़ता हूं। मुझे लगता है कि यही लाइन आइंस्टाइन की इनके लिये भी कही जा सकता है।वो शख्स जिसने कदम कदम पर छुआ-छूत को बर्दास्त किया वो लंदन से पीएचडी कर के आता है।
दिल्ली के सरकारी दफ्तरों में अब नेताओं की तस्वीर नहीं
शहीदों आजम भगत सिंह जिन्होंने मात्र 23 साल की उम्र में हंसते-हंसते फ़ांसी पर चढ़ गये।आज रोंगटे खड़े हो जाते हैं जब उनके बारे में सुनते है। बाबा साहब और भगत सिंह दोनों ने सपना देखा था ऐसे भारत का जहां अच्छी शिक्षा मिलेगी, विकास होगा। दिल्ली में इन पर काम हो रहा है. इनका सपना दिल्ली में पूरा हो रहा है। मैं आज एलान करता हूं कि दिल्ली सरकार के हर दफ़्तर के अंदर बाबा साहब और भगत सिंह की तस्वीर लगायी जायेगी। नेताओं की और मुख्यमंत्री की तस्वीर नहीं लगायेंगे। इन दो लोगों की ही तस्वीर लगेगी। ताकि हम इन दोनों के आदर्श पर चल सके, तरक्की कर सकें।
शिक्षा के क्षेत्र में दिल्ली में जबरदस्त काम
दिल्ली में पिछले 7 साल में इस पर खूब काम हुआ है, शिक्षा पर जो काम हुआ है वो सरकारी स्कूल में जो काम हुआ है वो किसी
क्रांति से कम नहीं है। दिल्ली में इस साल 12वी क्लास में सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 99.6 परसेंट रहा है।स्कूलों का इंफ़्रास्ट्रक्चर ठीक कर दिया. सभी सोचने लगे कि स्कूलों पर काम हो रहा है। टीचर्स में भी सुधार आया बच्चों को जो अब तक पढ़ाया जाता था पहले वो ठीक किया लेकिन वो जो पढ रहे है उस पर हम काम करें है। बच्चों को बिज़नेस करना सिखा रहे है। जो बच्चा हमारे स्कूल से निकले वो कट्टर देशभक्त निकले इसके लिये देशभक्ति करिकुलम चलाया। टीचर यूनिवर्सिटी बना रहे हैं।बाबा साहब की आत्मा जहां भी होगी हमें देख रही होगी तो खूब आशीर्वाद दे रही होगी। हमें वो गले लगाते अगर होते।
बाबा साहेब आंबेडकर प्रेरणा के स्रोत
इतने पिछड़े वर्ग के व्यक्ति ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी के बारे में सुना भी कैसे होगा. हमारे अपने बच्चे आज वहां एडमिशन लेना चाहें तो कोई आसान बात नहीं है। उनकी जेब में पैसा तक नहीं था। संविधान लिखते हैं और देश के पहले क़ानून मंत्री बनते हैं. ग़ज़ब के इंसान है. उनसे ये सीख मिलती है कि देश के लिये बड़े सपने देखो, देश के लिये सपने देखो, विकास के लिये सपने देखो। चाहे गरीब का बच्चा हो चाहे अमीर का बच्चा हो सबको शिक्षा मिले बराबर की शिक्षा मिले. चाहे किसी भी जीत को सभी बच्चों को शिक्षा मिलनी चाहिये. आज़ादी के 75 साल बाद क्या उनका सपना पूरा कर पाये, नहीं कर पाये। आज सब लोग शपथ लेते हैं कि बाबा साहब का सपना हम पूरा करेंगे. सच करेंगे। भारत तभी नंबर वन बनेगा जब हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले।
देश में तीसरी जबकि दिल्ली में पांचवी लहर
दिल्ली नहीं पूरी दुनिया पिछले दो साल से कोरोना से जूझ रही है, देश में ये तीसरी लहर चल रही है जबकि दिल्ली में पाँचवीं लहर है. बाहर से आया वायरस है दिल्ली ने सबसे ज़्यादा झेला है। इंटरनेशल फ़्लाइट दिल्ली ज़्यादा आती है इसलिये सबसे पहली मार दिल्लीवाले झेली है लेकिन जिस धैर्य के साथ इस महामारी का सामना किया है वो काबिले तारीफ है।ओमिक्रोन की लहर तेजी से फ़ैलती है. दिल्ली में सबसे ज़्यादा 29000 मामले आये थे पिछली बार भी लगभग इतने ही आये थे आज जो संक्रमण दर आयी है वो 10% के क़रीब आयेगी। करीबन 20% संक्रमण दर कम हो गया है ।
वैक्सीनेशन के मोर्चे पर दिल्ली का काम शानदार
इससे साफ है कि ये माइल्ड है। दिल्ली में वैक्सीनेशन पर भी शानदार काम किया है।100% पहली डोज लग चुकी है, 82% लोगों को दूसरी डोज लग चुकी है।कोरोना जब बढ़ता है तो पाबंदियां लगाना पडती है इससे लोगों को तकलीफ़ होती है लेकिन आप भरोसा रखिये हम उतनी ही पाबंदी लगाते हैं जितनी ज़रूरत हो, आपकी रोजी रोटी ना खराब हो, जान भी जरूरी है। कुछ व्यापारी मेरे पास आये बोले ऑड-इवेन से दिक्कत हो रही है। हमने LG को प्रस्ताव भेज थे उन्होंने कुछ माने कुछ नहीं माने. सोशल मीडिया पर कुछ लोगों ने LG को कहा कि वो गलत कर रहे है। LG साहब बहुत अच्छे है वो आपकी ज़िंदगी के बारे में सोच रहे है। लेकिन हम कोशिश कर रहे है जल्दी ही पाबंदी हटे।।