- दिल्ली में कोरोना संक्रमितों की तादाद अब तक 29 हजार के पार
- कोरोना पीड़ित गैरदिल्ली वाले भी दिल्ली के अस्पतालों में करा सकेंगे इलाज
- दिल्ली सरकार ने लगाई थी रोक, इस विषय पर बीजेपी और कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को घेरा था।
नई दिल्ली। देश में इस समय कोरोना संक्रमित लोगों की तादाद ढाई लाख के पार है। अगर देश के चार महानगरों की बात करें तो 48 फीसद पॉजिटिव लोग यहां से हैं। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के अस्पतालों में बाहरी लोगों के इलाज पर रोक लगा दी थी। लेकिन सोमवार को उपराज्यपाल ने केजरीवाल के फैसले को पलट दिया। एक तरफ फैसला पलटा तो दूसरी तरफ सियासत शुरु हो गई।
केजरीवाल के समर्थन में आप के बड़े नेता उतरे
आप के बड़े बड़े नेता मैदान में उतर आए। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के दबाव में उपराज्यपाल ने फैसला किया है तो उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के बोले कुछ वैसे ही थे। उपराज्यपाल के फैसले पर सीएम केजरीवाल ने जो ट्वीट किया वो ध्यान देने के लायक है वो कहते हैं कि LG साहिब के आदेश ने दिल्ली के लोगों के लिए बहुत बड़ी समस्या और चुनौती पैदा कर दी है
भगवान की मर्जी कुछ और है
देशभर से आने वाले लोगों के लिए करोना महामारी के दौरान इलाज का इंतज़ाम करना बड़ी चुनौती है।शायद भगवान की मर्ज़ी है कि हम पूरे देश के लोगों की सेवा करें।हम सबके इलाज का इंतज़ाम करने की कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा कि राह में तरह तरह की मुश्किलें हैं लेकिन उसे पार करेंगे ऐसा उन्हें पूरा विश्वास है।
केजरीवाल पर कांग्रेस ने साधा निशाना
केजरीवाल के फैसले पर कांग्रेस की तरफ से सवाल उठाए गए थे कि आखिर दिल्ली का संवैधानिक दर्जा क्या है। इसके साथ ही कांग्रेस ने यह भी सवाल किया कि जब दिल्ली देश की राजधानी है तो यहां किसी दूसरे प्रदेश के लोगों को आने से कैसे रोका जा सकता है। इसके साथ ही आम आदमी पार्टी के दावे की भी याद दिलाई गई कि आखिर वो कोविड बेड्स के इंतजाम कहां है।