नयी दिल्ली: दिल्ली में यमुना में जहरीले झाग को लेकर आलोचनाओं के बीच दिल्ली सरकार ने इसे रस्सियों की मदद से हटाने के लिए मंगलवार को 15 नौकाओं को तैनात किया। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) की इस योजना का क्रियान्वयन सिंचाई बाढ़ नियंत्रण विभाग और राजस्व विभाग की मदद से किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, 'नदी से झाग हटाने के काम में 15 दलों को तैनात किया गया है। यह काम तब तक चलेगा जब तक कि झाग पूरी तरह से हट नहीं जाते।' इस संबंध में एक अधिकारी ने इसे अस्थायी उपाय बताते हुए कहा कि यह समस्या तब तक बनी रहेगी जब तक कि दिल्ली के जलमल शोधन संयंत्रों को नए मानकों के अनुरूप अद्यतन नहीं किया जाता और इसका कोई तात्कालिक उपाय नहीं है।
महापर्व छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग अर्घ्य के लिए पहुंचते हैं
गौर हो कि देश भर में नहाय खाय के साथ छठ पर्व (Chhath Puja 2021) जारी है, राजधानी दिल्ली में इसके लिए कई पार्को में छठव्रतियों को भगवान भास्कर के अर्घ्य देने की व्यवस्था की गई है, चार दिवसीय महापर्व छठ के मौके पर बड़ी संख्या में लोग अर्घ्य के लिए पहुंचते हैं।
इस पावन पर्व को मनाने के लिए जैसे ही कुछ श्रद्धालु यमुना नदी के किनारे पहुंचे थे तो उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। पहले दिन महिलाओं ने झाग के बीच यमुना नदी में स्नान किया जिसका वीडियो भी वायरल हो गया जिस पर लोग कमेंट कर रहे थे।
यमुना नदी के किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं
इसे लेकर भाजपा और कांग्रेस सहित तमाम विपक्ष के लोग केजरीवाल सरकार पर हमला बोल रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि दिल्ली की हवा के बाद नदियां भी प्रदूषित हो गई हैं। गौर हो कि कोरोना के चलते दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने यमुना नदी के किनारे छठ पूजा की अनुमति नहीं दी है।यमुना नदी में अमोनिया का स्तर बढ़ गया है जिससे यहां झाग बन गया है और कई जगहों पर पानी की सप्लाई भी बाधित हुई है।