- दिल्ली के आदर्शन नगर में राहुल राजपूत हत्याकांड में नया खुलासा
- लड़की दोस्त ने कहा कि मेरे कहने पर वह उनसे मिलने गया था क्या पता कि वे मार देंगे
- लड़की का आरोप- इस मामले में पुलिस ने तत्काल मौके पर नहीं की मदद
नई दिल्ली : राजधानी दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में डीयू स्टूडेंट राहुल राजपूत की पीट-पीट कर हत्या कर दिए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है साथ ही इसमें कई नए खुलासे भी हो रहे हैं। राहुल राजपूत की हत्या के मामले में उसके परिवार के सदस्यों ने शनिवार को दावा किया कि घटना के समय मौके पर लड़की भी मौजूद थी और उसने राजपूत को बचाने का प्रयास भी किया था।
राजपूत (18) की कथित तौर पर एक लड़की से दोस्ती को लेकर आदर्श नगर में पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मामले में लड़की के भाई समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि 21 वर्षीय लड़की खुद ही अपने परिवार को छोड़कर आश्रय गृह में रहने चली गई।
घटना को याद करते हुए राजपूत के रिश्तेदार राजू नागर ने कहा, '' जब हम मौके पर पहुंचे, हमने देखा राहुल को पीटा जा रहा था। लड़की भी मौके पर ही मौजूद थी। हम नहीं जानते थे कि वे लोग कौन थे और राहुल को क्यों पीट रहे थे? लड़की ही थी जिसने आरोपियों की पहचान की और पुलिस को आरोपियों के बारे में बताया। लड़की ने झगड़े को रोकने और राहुल को बचाने की भी कोशिश की।''
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया था कि बुधवार शाम को राजपूत को किसी बहाने से नंदा रोड पर बुलाया गया था और जब वह वहां पहुंचा तो चार-पांच लोगों ने उस पर कथित तौर पर हमला कर दिया जिसमें लड़की के भाई भी शामिल थे।
मृतक राहुल की दोस्त और एकमात्र चश्मदीद गवाह ने बताया कि वह इस मामले में सीबीआई जांच की मांग करती है। उसने बताया कि वारदात वाले दिन वह और राहुल दोनों काफी देर तक साथ थे। शाम के 6 बजे लड़की के मामा का फोन आया और उसे कहा कि राहुल का फोन नहीं लग रहा है जिसके बाद लड़की ने उसे कहा कि राहुल की मम्मी ने अपना फोन बेच दिया है जिसके बाद उसने उसकी चाची का नंबर दे दिया।
बातचीत होती है फिर हमें मिलने के लिए बुलाया जाता है। राहुल को मिलने के लिए बुलाया जाता है जिसके बाद वह अपनी दोस्त से परमीशन लेता है। दोस्त ने कहा कि वह जाकर 5 मिनट उनसे मिल ले। वह वहां उनसे मिलने जाता है और वे लोग उसे मार देते हैं।
लड़की ने बताया कि उसका सगा भाई और दो मामा के लड़के भी राहुल को पीटने में शामिल थे। कुल 7-8 लोग राहुल को पीट रहे थे उनमें से 2-3 का नाम उसे मालूम नहीं है। उसने आरोप लगाया कि वह वारदात के दौरान पास के पुलिस स्टेशन भी गई लेकिन उसे कोई मदद नहीं मिली।