- दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल ने 2-4 अस्पतालों को चेताया है
- केजरीवाल का आरोप है- ये अस्पताल कोविड 19 के मरीजों को एडमिट नहीं कर रहे
- अब हर अस्पताल में मेडिकल प्रोफेशनल तैनात करेगी AAP सरकार
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ अस्पताल कोविड 19 के रोगियों के प्रवेश से इनकार कर रहे हैं। मैं उन लोगों को चेतावनी दे रहा हूं जो सोचते हैं कि वे दूसरी पार्टी के अपने आकाओं के प्रभाव का उपयोग करके बिस्तरों की ब्लैक-मार्केटिंग करने में सक्षम होंगे, तो उनको बख्शा नहीं जाएगा।
ऐसे अस्पतालों को चेताते हुए केजरीवाल ने कहा, 'आप लोगों का अस्पताल दिल्ली में बनवाया था, पैसे कमाने के लिए नहीं बनवाया था। आपका अस्पताल दिल्ली के लोगों की सेवा के लिए बनवाया था। इस महामारी में ज्यादातर अस्पताल सेवा कर रहे हैं, लेकिन 2-4 अस्पताल इस गुमान है कि वो दूसरी पार्टियों के अपने आकाओं से कुछ करवा लेंगे, ब्लैक मार्केटिंग करेंगे तो उनको चेतावनी देता हूं कि वो बख्शे नहीं जाएंगे।'
केजरीवाल ने कहा कि आज हम सभी अस्पतालों के लिए ऑर्डर पास कर रहे हैं। अब किसी भी सस्पेक्ट मरीज को अस्पताल भर्ती करने से मना नही कर सकता। अस्पताल को मरीज को भर्ती करना होगा, उसकी टेस्टिंग के साथ-साथ उसका इलाज भी करना होगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी और प्राइवेट मिला के कुल 42 लैब हैं, उनमें से 36 लैब अच्छे से काम कर रही है। 6 लैब ठीक से काम नही कर रही थी, उनको चेतावनी दे दी गई है। आप 'फ्लू क्लिनिक' या 'कोविड टेस्टिंग सेंटर' में भी टेस्ट करा सकते हैं।
दिल्ली कोरोना ऐप लॉन्च किया
दिल्ली के सीएम ने कहा, 'हमने बिस्तरों की कालाबाजारी रोकने के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया। हमने अस्पतालों में बेड और वेंटिलेटर की संख्या को पारदर्शी बनाने के बारे में सोचा। इस पर हंगामा हुआ मानो हमने कोई अपराध किया हो।'
ऐसे रोकेंगे मनमानी
इसके अलावा केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'अस्पतालों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए हम दिल्ली सरकार का एक मेडिकल प्रोफेशनल हर अस्पताल में तैनात कर रहे हैं। अस्पताल में बेड की उपलब्धि की सही जानकारी Delhi Corona ऐप पर देना और जरूरतमंदों का एडमिशन करवाना उनकी जिम्मेदारी होगी।'