- 2015 में 60 लोगों की मौत हुई थी
- 6 साल बाद मौत की संख्या बढ़ी
- दिल्ली में इस समय डेंगू के 9 हजार से अधिक मामले
दिल्ली में इस समय ओमिक्रॉन के साथ साथ डेंगू का भी प्रकोप है। सरकार की तरफ से बड़े बड़े वादे और दावे भी किए जा रहे हैं। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। छह और मौतों के साथ राष्ट्रीय राजधानी में डेंगू से मरने वालों की संख्या 23 हो गई है। खास बात यह है कि 6 साल बाद इतनी संख्या में लोगों का निधन हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, डेंगू के कारण सबसे ज्यादा मौत 2015 में हुई थी, जिसमें 60 लोग मारे गए थे और लगभग 16,000 लोग इससे प्रभावित हुए थे। दिल्ली नगर निगमों द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार, वेक्टर जनित बीमारी के कारण अक्टूबर और नवंबर में मरने वालों की संख्या छह हो गई।
दिल्ली में अब तक डेंगू के 9 हजार से अधिक केस
राष्ट्रीय राजधानी में 2020 में डेंगू के कारण एक मौत दर्ज की गई, जबकि दो लोगों की डेंगू से मौत हो गई - एडीज इजिप्टी मच्छर के कारण होने वाली बीमारी - 2010 में।रिपोर्ट के अनुसार, डेंगू के मामले आठ महीने से 15 साल के बीच के आयु वर्ग के हैं।रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि इस साल नवंबर में डेंगू के सबसे ज्यादा मामले सामने आए। जब 2015 में पिछले कुछ वर्षों में डेंगू अपने चरम पर था, तो दिल्ली में नवंबर के महीने में 841 मामले दर्ज किए गए, जबकि नवंबर 2021 में डेंगू के 6,739 मामले सामने आए।
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डेंगू के मामलों के लिए बारिश जिम्मेदार
नगर निकाय के अधिकारियों ने कहा है कि इस साल देरी से हुई बारिश भी उन परिस्थितियों के लिए जिम्मेदार है जिसके कारण डेंगू के मामलों में अचानक वृद्धि हुई। अधिकतर, डेंगू के मामले सितंबर और अक्टूबर के बीच दर्ज किए जाते हैं, और फिर नवंबर से डेंगू के मामले तापमान में गिरावट के कारण गिरावट दर्शाते हैं।
क्या है जनता की राय
दिल्ली की जनता का कहना है कि अगर आप वादों की बात करें तो हर वर्ष दिल्ली सरकार और नगर निगम की तरफ से बड़े बड़े वादे किये जाते हैं। लेकिन जिस तरह से डेंगू के मामलों में इजाफा हो रहा है वो प्रशासनिक मिशनरियों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है। अगर बात आप 2015 की करें तो निश्चित तौर पर राजधानी के लिए वो भयावह वर्ष था और अब यदि 2021 की बात करें तो स्थिति सब कुछ बयां करती है।