- गाजीपुर लैंडफिल साइट पर भीषण आग लगी
- मंत्री गोपाल राय ने डीपीसीसी से रिपोर्ट तलब की
- आग बुझाने के लिए नौ दमकल वाहन घटनास्थल पर मौजूद रहे
Ghazipur Dumping Yard Fire: पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके के डंपिंग यार्ड में सोमवार को भीषण आग लग गई, जिससे क्षेत्र और आसपास के इलाकों में धुएं का गुबार छा गया। दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आग पर काबू पाने के लिए दमकल की नौ गाड़ियां मौके पर हैं। मुख्य अग्निशमन अधिकारी अतुल गर्ग ने कहा कि आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं, इसमें कुछ और घंटे लग सकते हैं। दमकल विभाग के मुताबिक दोपहर करीब ढाई बजे गाजीपुर के खाटा में आग लगने की सूचना मिली।
गर्ग ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि आग लगने के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। डंपिंग यार्ड के एक हिस्से में धुएं की मोटी चादर देखी गई, जहां आग लगी। इस बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) को 24 घंटे के भीतर घटना पर एक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
पिछले साल अप्रैल में डीपीसीसी ने गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लगने के बाद पूर्वी दिल्ली नगर निगम (EDMC) पर 40 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था। लैंडफिल में आग लगने से क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर बिगड़ जाता है। एक अधिकारी ने कहा कि गाजीपुर लैंडफिल से पहले भी ऐसी घटनाएं सामने आई थीं, जो इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ईडीएमसी द्वारा उठाए गए उपायों और सतर्कता की कमी को इंगित करता है। पूर्वी दिल्ली नगर निगम की स्थायी समिति के अध्यक्ष बीर सिंह पवार ने कहा कि आग लगने का कारण 'उच्च तापमान' रहा क्योंकि कूड़े में प्लास्टिक की अत्याधिक मात्रा रहती है और मीथेन का उत्सर्जन होता रहता है। उन्होंने कहा कि आग बुझाने की प्रक्रिया में सहायता के मद्देनजर निगम ने 22 बुलडोजर को काम पर लगाया है।
AAP का गंभीर पर हमला
आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक कुलदीप कुमार ने आग लगने के बाद बीजेपी सांसद गौतम गंभीर को घेरा। उन्होंने ट्वीट किया कि आखिर कब तक सांसद गौतम गंभीर जी जनता को मौत के मुंह में धकेलते रहोगो। कितनी बार आग लगा कर गाजीपुर लेंडफिल साइड को कम करोगे। क्या इस जहरीले धुएं से कोंडली विधानसभा की जनता को मारना चाहते हो। कहां गया वो वायदा आखिर कब गंभीर होंगे।
आप नेता रितिक गुप्ता ने कहा कि मेरी माननीय सांसद महोदय गौतम गंभीर उर्फ जलेबी बाई से विनती है वो अपने आलीशान घर से बाहर निकलकर जनता के लिए कुछ काम करें अगर काम नहीं कर सकते तो कम से कम जनता को मौत के मुँह में न ढकेले एवं इस्तीफा दे दें।