- अभियान को सरकार ने 30 जून तक बढ़ाने का फैसला किया
- अभियान का पहला चरण 12 अप्रैल को शुरू किया गया
- चार उल्लंघकर्ताओं को नोटिस और चालान भेजा गया
Delhi Government News: राजधानी में हर दिन बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए इन दिनों दिल्ली सरकार ने खुले में कूड़ा जलाने के खिलाफ अभियान चलाया हुआ है। केजरीवाल सरकार ने यह अभियान इस साल 12 अप्रैल से शुरू किया था। अब इस अभियान को सरकार ने 30 जून तक बढ़ाने का फैसला किया है। इस बात की जानकारी दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दी है।
सोमवार को पर्यावरण मंत्री ने यह फैसला दिल्ली में गर्मियों के वक्त वायु प्रदूषण से लड़ने के लिए चलाए जा रहे कार्य योजना की समीक्षा बैठक के दौरान लिया गया है। गोपाल राय ने बताया है कि दिल्ली में खुले में कूड़ा जलाने के खिलाफ अभियान का पहला चरण 12 अप्रैल को शुरू किया गया जो 12 मई को खत्म हुआ।
अभियान का तीसरा चरण शुरू
जबकि इस अभियान का दूसरा चरण 13 मई को शुरू हुआ और सोमवार यानी 14 अप्रैल को खत्म हुआ है। गोपाल राय अब कहा है कि इस अभियान का तीसरा चरण शुरू हो गया है जो चरण 30 जून तक जारी रहेगा। उन्होंने कहा है कि 10 विभागों की कई टीम ने दूसरे चरण के अभियान के तहत 10,794 कूड़ा जलाने वाली जगहों का निरीक्षण किया है।
उल्लंघकर्ताओं को नोटिस और चालान भेजा गया
गोपाल राय के मुताबिक दिल्ली के तीन लैंडफिल स्थल (जहां कूड़ा जमा किया जाता है) गाजीपुर, ओखला और भलस्वा है, जिसकी टीम ने 359 बार निरीक्षण किया है। पर्यावरण मंत्री के अनुसार खुले में कूड़ा जलाने वाले चार उल्लंघकर्ताओं को नोटिस और चालान भेजा गया। साथ ही कुल मिलाकर करीब 55 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। गोपाल राय ने बताया है कि खुले में कूड़ा जलाने से जुड़ी उन्हें 674 शिकायतें मिली हैं, जिनमें से 631 का समाधान 'ग्रीन दिल्ली' ऐप के जरिए किया जा चुका है।
अभियान कार्य योजना का हिस्सा
आपको बता दें कि खुले में कूड़ा जलाने के खिलाफ अभियान दिल्ली सरकार के गर्मियों की कार्य योजना का हिस्सा है जिसमें शहर के जंगलों, जलाशयों के पुनरुद्धार, वृक्षारोपण की निगरानी, एकल इस्तेमाल वाली प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक, उद्यानों के पुनर्विकास, इको-वेस्ट पार्क का विकास, शहरी कृषि जैसी चीजों को बढ़ावा देना शामिल है।