- मोहल्ला क्लिनिकों में अब आयुर्वेद पद्धति से भी उपचार करने की तैयारी में केजरीवाल सरकार
- सरकार का मानना है कि आयुष की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका है
- दिल्ली में केजरीवाल सरकार की तरफ से 500 के करीब मोहल्ला क्लीनिक बनाए जा चुके हैं
नई दिल्ली : दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिकों में अब आयुर्वेद पद्धति से भी उपचार होगा। आयुष के डॉक्टर भी जल्द मोहल्ला क्लीनिकों में नजर आएंगे। इस दिशा में केजरीवाल सरकार की तरफ से योजना बनायी जा रही है। आयुष, प्राकृतिक उपचार के जरिए पोस्ट कोविड मरीजों को ठीक करने में अहम भूमिका निभा सकता है। ऐसे में दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिकों में आयुर्वेदिक पद्धति से उपचार की योजना बनायी है। लोगों के हित के लिए राजधानी के आसपास के चुनिंदा मोहल्ला क्लीनिकों में भी आयुष उपचार शुरू किया जाएगा। इसके बाद लोगों की जरूरत के हिसाब से अन्य मोहल्ला क्लीनिकों में भी इस सुविधा को उपलब्ध कराया जाएगा।
आयुष को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कार्रवाई के निर्देश
आयुष क्लीनिकों को बढ़ावा देने के लिए केजरीवाल सरकार बड़ा कदम भी उठा सकती है। आयुष क्लिनिक संचालकों ने मांग की है कि विद्युत सब्सिडी और आयुष डॉक्टरों से कोविड-19 के बीच जैव चिकित्सा अपशिष्ट संग्रह पर लगाए जा रहे 890 रुपए शुल्क को माफ किया जाए। क्योंकि आयुष क्लीनिक छोटे हैं और बायोमेडिकल अपशिष्ट का उत्पादन नहीं करते हैं। इसलिए आयुष क्लीनिक पर लगने वाले शुल्क को माफ या कम किया जाना चाहिए। केजरीवाल सरकार ने इस संबंध में संबंधित विभागों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा
केजरीवाल सरकार का मानना है कि आयुष की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके अलावा दवाओं का भी न्यूनतम उपयोग होता है। कोविड से ठीक होने के बाद में मरीजों की रिकवरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस वजह से दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिको में आयुष पद्धति से उपचार शुरू किया जाएगा।
केजरीवाल सरकार ने बनाए करीब 500 मोहल्ला क्लीनिक
दिल्ली में केजरीवाल सरकार की तरफ से 500 के करीब मोहल्ला क्लीनिक बनाए जा चुके हैं। अभी तक दिल्ली में 497 मोहल्ला क्लीनिक काम कर रहे हैं। केजरीवाल सरकार की तरफ से पटपड़गंज विधानसभा के विनोद नगर वार्ड में 497वां मोहल्ला क्लीनिक शुरू किया है।