दिल्ली में अब संक्रमित डॉक्टरों के लिए होटल का इंतजाम और अस्पताल में आईसोलेशन वार्ड की व्यवस्था की गई है। आरएमएल अस्पताल ने दिल्ली के तीन बड़े होटलों में डॉक्टर के रहने का इंतजाम किया। इसके अलावा एलएनजेपी ने भी दिल्ली एरोसिटी के फाइव स्टार में डॉक्टरो के रहने की व्यवस्था की है।
अब राजधानी दिल्ली के बड़े सरकारी अस्पतालों में डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ की जांच के लिए बेड और वार्ड रिजर्व कर दिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक सफदरजंग हॉस्पिटल में दो दर्जन, जबकि एम्स में तीन दर्जन, लेडी हार्डिंग में 15, एलएनजेपी और आरएमएल अस्पताल में करीब 10-10 डॉक्टर बीते कुछ दिनों में कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, कुल मिलाकर दिल्ली में करीब 100 डॉक्टर ऐसे हैं जो कोरोना ग्रस्त है, लिहाजा अब आरएमएल हॉस्पिटल में डॉक्टरों के लिए अलग से वार्ड और बेड अरेंज किए गए हैं, ताकि उन्हें तीसरी लहर के दौरान इलाज में कोई दिक्कत ना हो।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल की मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ नंदिनी दुग्गल बताती हैं कि स्वास्थ्य कर्मचारियों और विशेष रूप से डॉक्टरों की मांग पर तीन पांच सितारा होटल में इंतजाम किया जा चुका है अब डॉक्टरों को होटल में शिफ्ट किया जाएगा जिन नर्स की ड्यूटी कोविड-19 केयर या कोविड वार्ड में लगेगी उनके लिए भी गेस्ट हाउस का इंतजाम किया गया है। अस्पताल में काफी डॉक्टर और अन्य मेडिकल स्टाफ कोविड-19 पॉजिटिव हो चुके हैं। इनके लिए हमें अभी से सोचना पड़ेगा। वरना आउटब्रेक होने पर हमें डाक्टर्स की भारी कमी झेलनी पड़ सकती हैं।
दिल्ली में एक तरफ तो डाक्टर्स के लिए इंतजाम किए जा रहे हैं वही एलएनजेपी के एमडी डॉक्टर सुरेश कुमार की माने तो ये omicron फैलता बहुत जल्दी हैं लेकिन इसमें 95% मरीज एक हफ्ते से भी कम समय में ठीक हो रहे हैं। अस्पतालों में ऑक्सिजन की जरुरत ना के बराबर पड़ रही हैं, सिर्फ कोमोर्बिड वाले मरीज जिन्हें टीबी हैं, हाइपरटेन्शन हैं, डायबिटीज हैं उन्हें रिकवर होने में काफी टाइम लग रहा हैं लेकिन वो भी बहुत सीरियस नहीं हैं। लेकिन एक बात जो समझने वाली हैं की दिल्ली में अब 2/3 मरीज omicron के हैं और सिर्फ 1/3 ही हैं जो डेल्टा के हैं।