- बीजेपी विधायक रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने पार्टी से इस्तीफे की खबरों का खंडन किया
- फर्जी लेटर पैड वायरल कर इस्तीफे के खबर फैलाई गई
- विधायक ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है
उत्तर प्रदेश के भदोही से बीजेपी विधायक रवींद्र नाथ त्रिपाठी ने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें दावा किया गया कि वो भारतीय जनता पार्टी (BJP) से इस्तीफा दे चुके हैं। इस संबंध में एक लेटर भी वायरल हुआ, जिसे उन्होंने पूरी तरह से फेक बताया। इसके अलावा उन्होंने इसके खिलाफ पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है। टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल ने उनसे फोन पर बात की, जिसमें उन्होंने बताया कि कार्रवाई हो गई है। थाना कोतवाली ज्ञानपुर, जनपद भदोही में 419, 66सी और 66डी और 67 के तहत मुकदमा दर्ज हो गया है। जो समाज में गलत भ्रांतियां पैदा कर रहे थे, पुलिस उनको एक या 2 दिन में गिरफ्तार करेगी। ये मुकदमा अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है।
उन्होंने कहा कि हमारी लोकप्रियता भारतीय जनता पार्टी के नाते हैं और भदोही ही नहीं पूरे पूर्वांचल में लोग हमको सेवक के रूप में पसंद करते हैं। इससे सपा के लोगों को लगा कि पूर्वांचल में खासकर भदोही, मिर्जापुर, इलाहाबाद, वाराणसी, जौनपुर में भाजपा के साथ-साथ रवींद्र नाथ त्रिपाठी की भी बड़ी लोकप्रियता है और पूरा ब्राह्मण समाज बीजेपी के साथ है। इसलिए ये पूरा-पूरा षड्यंत्र है।
जब उनके सवाल किया गया कि क्या आप बीजेपी से टिकट मिलने को लेकर आश्वस्त हैं तो उन्होंने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी का एक साधारण कार्यकर्ता हूं, मुझे टिकट मिले या न मिले, मेरे शरीर के खून की एक-एक बूंद पार्टी को समर्पित है। मैं राजनीति नहीं करता हूं, सेवा करता हूं, सेवा की भावना से पार्टी ने मुझे यहां पहुंचाया है। पार्टी टिकट दे या न दे लेकिन हमारी अंतिम सांस बीजेपी के साथ ही निकलेगी।
इससे पहले उन्होंने मीडिया से कहा कि मेरा तन, मन व जीवन BJP को समर्पित है। मेरा लेटर पैड इस्तेमाल कर साजिश के तहत इसे वायरल किया गया है, मैं इसकी तहकीकात कराऊंगा। ये भ्रामक स्थिति फैलाई गई है। सदन के अलावा स्वामी प्रसाद मोर्या के साथ 7-8 महीने से मेरी कोई वार्ता नहीं हुई है। विपक्षी पार्टियों या कुछ दलाल किस्म के लोगों द्वारा हमारे लेटर पैड को स्कैन करके उस पर कूट रचित तरीके से गलत अफवाह फैला रहे हैं जिसका मैं खंडन करता हूं।
वाराणसी की जनता के मन में क्या है? किसकी है यहां लहर, क्या हैं यहां के मुद्दे? देखें ग्राउंड रिपोर्ट